देश भक्ति के गीत

डॉ. भारती वर्मा बौड़ाई, देहरादून, उत्तराखंड
जय गान करें
———————–
भारत का जय गान करें
आओ हम अपने भारत की
नई तस्वीर गढ़ें
भारत का….
अपनी कीमत खुद पहचाने
हम क्या हैं खुद को भी जाने
अपने मूल्यों और संस्कृति की
एक पहचान बनें
भारत का….
जो खोया वो फिर पाना है
जो छीना वो फिर पाना है
अपनी धरोहर की रक्षा में
नहीं किसी से डरें
भारत का….
अपनी गलती से सीखें हम
उसको कभी न दोहराएं हम
हिंदुत्व अपने में लेकर हम
हर एक कदम धरें
भारत का…
————————————
कुछ इस तरह
————————
जिऊँ
कुछ इस तरह
देश मेरे
कुछ ऋण तुम्हारा
उतार सकूँ
सोचूँ 
कुछ इस तरह
देश मेरे
जीवन में तुम्हें
बसा सकूँ
गाऊँ
कुछ इस तरह
देश मेरे
गीतों में तुम्हें
गुनगुना सकूँ
लिखूं
कुछ इस तरह
देश मेरे
शब्दों में तुम्हें
बाँध सकूँ
उड़ूँ
कुछ इस तरह 
देश मेरे
तिरंगा अपना
लहरा सकूँ
देखूँ
कुछ इस तरह 
देश मेरे
हरदम तुम्हें
हिय में बसा सकूँ
मैं रोऊँ-गाऊँ
कुछ भी करूँ
देश मेरे
जब चाहूँ तुमको
बुला सकूँ।       
मरुँ
कुछ इस तरह
देश मेरे
मिट्टी में मिल
तुझमें समा सकूँ।
—————————-


मेरा भारत महान ~जय हिन्द 
Attachments are

Leave a Comment