पर्त दर पर्त January 4, 2020February 11, 2017 by अटूट बंधन पर्त दर पर्त छिपा रखे थे आँसू कितने ए खुदा ! दर्द किसी का प्याज के मानिंद न हो वंदना बाजपेयी
बहुत सुन्दर