चुने सही रिश्ते

जब आप सब्जी लेती है तो एक -एक आलू या भिन्डी घंटो चुनती/चुनते  है , ठीक नहीं लगती तो अगली दुकान पर जाती हैं | कपड़े खरीदने जाती हैं तो ना जाने कितनी दुकाने पूरी तरह पलटवा देती /देते हैं तब जा कर कोई एक कपड़ा पसंद आता है | और क्यों ना करें आपके … Read more

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जनरेशन गैप -वृद्ध होते बच्चों पर तानाकशी से बचे माता -पिता

अभी हाल में एक फिल्म आई थी “१०२ नॉट आउट ” | जिसमें एक बुजुर्ग पुत्र व् उसके बुजुर्ग पिता के रिश्ते को दर्शाया गया है | फिल्म का विषय अलग था , पर यहाँ मैं बात कर रही हूँ उस घर की जहाँ दो बुजुर्ग रहते हैं | एक बेटा जो वृद्धावस्था की शुरुआत … Read more

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जरूरी है की बचपन जीवित रहे न की बचपना

वंदना बाजपेयी हमारे जीवन का सबसे खूबसूरत हिस्सा  बचपन होता है | पर बचपन की खासियत जब तक समझ में आती है तब तक वो हथेली पर ओस की बूँद की तरह उड़ जाता है | जीवन की आपा धापी  मासूमियत को निगल लेती है | किशोरावस्था और नवयुवावस्था  में हमारा इस ओर ध्यान ही … Read more

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दर्द से कहीं ज्यादा दर्द की सोंच दर्दनाक होती है

दर्द की कल्पना उसकी तकलीफ को दोगना कर देती है | क्यों न हम खुशियों की कल्पना कर उसे दोगुना करें – रॉबिन हौब               एक क्लिनिक का दृश्य डॉक्टर ने बच्चे से कहा कि उसे बिमारी ठीक करने के लिए  इंजेक्शन लगेगा और वो बच्चा जोर – जोर से रोने लगा |नर्स मरीजों को इंजेक्शन लगा … Read more

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अरे ! , चलेंगे नहीं तो जिंदगी कैसे चलेगी |

हजारों किलोमीटर की यात्रा  की शुरुआत बस एक कदम से होती है मुहल्ले के अंकल जी वॉकर ले कर ८० की उम्र दोबारा चलना सीख रहे थे | अभी कुछ दिन पहले गिरने से उनके पैर की हड्डी टूट गयी थी | प्लास्टर खुलने  के बाद भी मांस पेशियाँ अकड गयी थी , जिन्होंने चलने … Read more

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अर्थ डे और कविता

 अर्थ डे  और मैं कविता लिखने की नाकामयाब कोशिश में लगी हूँ  | मीडिया पर धरती को बचाने  का शोर है  | मैं मन की धरती को बचाने में प्रयासरत | धरती पर पानी की कमी बढती जा रही है और मन में आद्रता की | सूख रही है धरती और सूख रही है कविता … Read more

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जैमिनी रॉय – भावों को दृश्यों में उकेरता चित्रकार

आइये जानते हैं विश्व प्रसिद्ध चित्रकार  जैमिनी रॉय के बारे में | आज गूगल डूडल के जरिए जिन की जयंती मना रहा है | जैमिनी रॉय का जन्म पश्चिमी बंगाल के एक छोटे से गाँव में 11 अप्रैल १८८७ में हुआ था | उन्होंने कोलकाता के सरकारी कला स्कूल से  शिक्षा प्राप्त की |उस पर … Read more

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पौधे की फ़रियाद

नन्हा सा था | तभी से तो इस घर में है | श्रीमती जुनेजा ने कितने प्यार से पाला था उसे , उसने भी तो माँ से कम नहीं समझा था उन्हें |उनका जरा सा स्पर्श पा कर कैसे ख़ुशी से झूम उठता था वह | पर अपने अंदर उठ रहे प्यार को इससे बेहतर … Read more

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जरूरी है असहमतियों से सहमत होना

कभी – कभी प्रेम उन बातों को नज़रंदाज़ करना भी है जो आपको पसंद नहीं हैं | दो लोगों के मध्य रिश्ता चाहें कोई भी क्यों न हो परन्तु वह रिश्ता बरक़रार तभी रहेगा जब वह असहमतियों से सहमत होना सीख जायेंगे | दो लोग बिलकुल एक जैसा नहीं सोंच सकते | यह भिन्नता ही … Read more

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मृत्यु – शरीर नश्वर है पर विचार शाश्वत

  मृत्यु जीवन से कहीं ज्यादा व्यापक है , क्योंकि हर किसी की मृत्यु होती है , पर हर कोई जीता नहीं है -जॉन मेसन                                             मृत्यु …एक ऐसे पहेली जिसका हल दूंढ निकालने में … Read more

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