आधी आबादी :कितनी कैद कितनी आज़ाद ( पुष्प लता )
आज़ाद भारत में आज़ाद महिलायें …………… !!! पायलों की बेड़ी में जकड़ी, आज भी नारी चूड़ियों सी हर पल खनकती ,वो सुकुमारी रीती -रिवाजों को ढोती रहती, वो बेचारी कितनी गिरहें खोली उसने ,कितनी है बाकी जेवर , तेवर ख़ुशी से सहती ,बांध गले हंसरी टपके आँसु , बिखरी हंसी , है उसकी आज़ादी आजाद भारत की आज़ाद महिला क्या वाकई … Read more