अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर एक आम औरत की डायरी

अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस

सुना है आज अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस है। सोशल मीडिया से पता चला है। सोमेश और बच्चों ने भी विश किया है, तो होगा ही। विश करने के साथ कुछ अच्छा बनाने की फरमाइश भी है। अब इसमें गलत क्या है? त्योहारों पर कुछ अच्छा बना लेने की आदत से स्त्री इतना जुड़ गई है कि … Read more

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असली महिला दिवस

—————– दादी ने आँगन की धुप नहीं देखी और पोती को आँगन की धप्प देखने का अवसर ही नहीं मिलता | दोनों के कारण अलग -अलग हैं | एक पर पितृसत्ता के पहरे हैं जो उसे रोकते हैं दूजी को  मुट्ठी भर आसमान के लिए दोगुना, तीन गुना काम करन पड़ रहा है | ये … Read more

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महिला सशक्तिकरण : नव संदर्भ एवं चुनौतियां

आठ मार्च यानि महिला दिवस , एक दिन महिलाओं के नाम ….क्यों? शायद इसलिए कि बरसों से उन्हें हाशिये पर धकेला गया, घर के अंदर खाने -पीने के, पहनने-ओढने और  शिक्षा के मामले में उनके साथ भेदभाव होता रहा | ब्याह दी गयी लड़कियों की समस्याओं से उन्हें अकेले जूझना होता था, और ससुराल में … Read more

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अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विशेष -मैं स्त्री

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विशेष  मैं  ———— अपने पराये रिश्तों में इतना विष मिला  पीकर नीलकंठ हो गई मैं अब  विष भी अमृत सा लगता हैं नहीं लगता अब कुछ बुरा अच्छे-बुरे की सीमाओं से  ऊपर उठ गई हूँ मैं बहुत कुछ है इस संसार में जो अभी तक  देखा नहीं जो अभी तक  किया … Read more

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