बदलते हुए गाँव
गाँव यानि अपनी मिटटी , अपनी संस्कृति और अपनी जडें , परन्तु विकास की आंधी इन गाँवों को लीलती जा रही है | शहरीकरण की तेज रफ़्तार में गाँव बदल कर शहर होते जा रहे हैं | क्या सभ्यता के नक़्शे में गाँव सिर्फ अतीत का हिस्सा बन कर रह जायेंगे | हिंदी कविता – … Read more