इंजीनियर शुभेंदू शर्मा की अफोरेसटेशन की नयी पहल – बसाते हैं शहर – शहर जंगल

             जैसे-जैसे विकास हो रहा है, हरियाली और जंगल खत्म होते जा रहे हैं। इसका असर पर्यावरण पर भी दिखने लगा है। इसके बावजूद हम पेड़-पौधों को लेकर जागरूक नहीं हो रहे हैं। कुछ लोग पेड़-पौधे लगाने की बात तो करते हैं, ताकि पर्यावरण स्वच्छ रहे, लेकिन जब बारी खुद हो, तो पीछे हट … Read more

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वाटर मैंन ऑफ़ इंडिया राजेन्द्र सिंह -संकल्प लो तो विकल्प न छोड़ो

                                 क्या आप ने कभी कोई संकल्प लिया है … जैसे सुबह जल्दी उठने का चार घंटे रोज मैथ्स लगाने का या मॉर्निंग वाक , मेडिटेशन, वजन घटाना आदि करने का | अवश्य लिया होगा और ज्यादातर लोगों की तरह … Read more

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बेटी के बल्ले ने बनाए रिकाॅर्ड– हरमनप्रीत कौर, महिला क्रिकेटर

प्रस्तुति: मीना त्रिवेदी संकलन: प्रदीप कुमार सिंह             पंजाब प्रांत का एक छोटा सा नगर है मोगा। यहां के बाशिंदे हरमिंदर भुल्लर को बास्केट बाॅल का बड़ा शौक था। बचपन में उन्होंने स्कूल टीम में खेला भी, मगर खेल को करियर बनाने की उनकी तमन्ना अधूरी रह गई। फिर उन्हें एक बड़े वकील के दफ्तर … Read more

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डा. किरण मार्टिनकी आशा सोसायटी – एक पेड़ के नीचे बैठकर शुरू हुआ स्वास्थ्य अभियान

The Motivational Story Of Dr. Kiran Martin  संकलन – प्रदीप कुमार सिंह                                                हममे से बहुत से लोग समाज के लिए कुछ अच्छा करना चाहते हैं पर समझ में नहीं आता शुरू कैसे करें | क्योंकि इसके लिए तो बहुत से पैसे व् लोगों … Read more

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कस्बे की लड़की से नदिया एक्सप्रेस तक – झूलन गोस्वामी, महिला क्रिकेटर

प्रस्तुति – मीना त्रिवेदी संकलन – प्रदीप कुमार सिंह  वह अपने इलाके की सबसे लंबी लड़की थीं। सड़क पर चलतीं, तो लोग पीछे मुड़कर जरूर देखते। पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के छोटे से कस्बे चकदा में पली-बढ़ीं झूलन को बचपन में क्रिकेट का बुखार कुछ यंू चढ़ा कि बस वह जुनून बन गया। एयर … Read more

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एवरेस्ट की सबसे यंग विजेता – पूर्णा मलवथ

             प्रस्तुति – पूजा कुमार  संकलन – प्रदीप कुमार सिंह पूर्णा मलवथ एक बार फिर चर्चा में हैं। कारण वे उन सबसे यंग लोगों में हैं जिनपर बायोपिक बनी है। पूर्णा नाम से फिल्म रिलीज हो चुकी है। दरअसल पूर्णा वेमिसाल व्यक्तित्व की है। वे आदिवासी परिवार से आती हैं। उनके माता-पिता खेतिहर मजदूर हैं। … Read more

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जब मैंने पहली बार पाँच सौ का नोट देखा – हनुमक्का रोज

संकलन- प्रदीप कुमार सिंह            मेरे पिता दुर्गा दास कन्नड़ थियेटर के एक सम्मानित कलाकार जरूर थे, मगर घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। कर्नाटक के बेल्लारी जिले के एक छोटे से कस्बे मरियम्मनहल्ली में मेरा जन्म हुआ था और बचपन से हमें रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए काफी मशक्कत करनी … Read more

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एक बालक की मिट्टी के फूस के कच्चे घर से शिक्षा जगत की ऊचाइयों पर पहुँचने की छोटी सी कहानी

प्रदीप कुमार सिंह स्वतंत्र पत्रकार             बालक जगदीश का जन्म उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जनपद के ग्राम बरसौली में एक गरीब खेतिहर किसान परिवार में 10 नवम्बर 1936 को हुआ। उनकी माता स्व. श्रीमती बासमती देवी एक धर्म परायण महिला थीं। उनके पिता स्व0 श्री फूलचन्द्र अग्रवाल जी गाँव के लेखपाल थे। बच्चे के सिर … Read more

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गरीबों को मुफ्त में दवा बांटना मेरा मिशन है – ओमकार नाथ शर्मा

संकलन – प्रदीप कुमार सिंह              मैं उदयपुर, राजस्थान का रहने वाला हूं। मैंने नोएडा के कैलाश अस्पताल में बारह-तेरह साल नौकरी की है। मैं गरीबों को मुफ्त में दवाएं बांटने के मिशन से कैसे जुडा, इसकी एक कहानी है। वर्ष 2008 में दिल्ली के लक्ष्मीनगर में जब मेट्रो का काम चल रहा था, तब … Read more

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सुधरने का एक मौका तो मिलना ही चाहिए – मार्लन पीटरसन, सामाजिक कार्यकर्ता

        संकलन: प्रदीप कुमार सिंह       कैरेबियाई सागर का एक छोटा सा देश है त्रिनिदाद और टोबैगो। द्वीपों पर बसे इस मुल्क को 1962 में आजादी मिली। मार्लन के माता-पिता इसी मुल्क के मूल निवासी थे। उन दिनों देश की माली हालत अच्छी नहीं थी। परिवार गरीब था। लिहाजा काम की तलाश … Read more

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