मुझे मिला वो, मेरा नसीब है
मुझे मिला वो, मेरा नसीब है वही सुकून जहां वो करीब है मैं और क्या भला चाहूंगी जब प्यार से उसके भर गई । उसने जो कहा मैंने मान ली नज़र की हरकतें पहचान ली जिस राह उसके कदम बढ़े बनी फूल और मैं बिखर गई । वह मोड़ जहां टकराए हम बने जिस्म, जिस्म … Read more