हिंदी – लौटना है ‘व्हाट झुमका’ से ‘झुमका गिरा रे’ तक

हिंदी

हिंदी  – बोली-बानियों की मिठास का हो समावेश                                  अभी कुछ दिनों पहले एक फिल्म आई थी, “रॉकी और रानी की प्रेम कहानी” उसका एक गीत जो तुरंत ही लोगों की जुबान पर चढ़ गया वो था “व्हाट झुमका” l इस गीत के साथ ही जो कालजयी गीत याद आया, वो था मेरा साया … Read more

Share on Social Media

साहित्य अकादेमी में डॉ. जगमोहन शर्मा की पुस्तकों का लोकार्पण

  साहित्य अकादेमी में डॉ. जगमोहन शर्मा की पुस्तकों का लोकार्पण में वक्ताओं ने कहा, आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान भारतीय ज्ञान परंपरा की सबसे अद्भुत कृति “श्रीमद्भगवद्गीता” के दोहानुवाद को घर-घर पहुंचाना जरूरी है l   केंद्रीय साहित्य अकादेमी के सभागार में प्रख्यात दोहाकार डॉ. जगमोहन शर्मा की पुस्तकों “श्रीमद्भगवद्गीता-दोहा रूपांतरण” और महाकवि … Read more

Share on Social Media

प्राइड एंड प्रिज्युडिस को हुए 210 साल – जानिए जेन ऑस्टिन के जीवन के कुछ अनछुए पहलू

प्राइड एण्ड प्रेजुडिस

अभी 28 जनवरी 2023 को जेन ऑस्टिन  (jane austen) के  लोकप्रिय उपन्यास “प्राइड एण्ड प्रेजुडिस” को 210 साल पूरे हो गए l ये एक ऐसी किताब है जो तब से लेकर आजतक बेस्ट सेलर बनी हुई है l इतना ही नहीं विश्व भर में इस पर आधारित जितने भी टीवी सीरियल फिल्में बनीं वो सब … Read more

Share on Social Media

जासूसी उपन्यासों में हत्या की भूमिका – दीपक शर्मा

जासूसी उपन्यासों में हत्या की भूमिका

लोकप्रिय साहित्य और गंभीर साहित्य को अलग-अलग खेमे में रखे जाने पर अब प्रश्न चिन्ह लगने शुरू हो गए है ? और बीच का रास्ता निकालने की मांग जोर पकड़ने लगी है क्योंकि साहित्य का उद्देश्य अगर जन जीवन में रूढ़ियों को तोड़ एक तर्कपरक दृष्टि विकसित करना है तो उसका जन में पहुंचना बहुत … Read more

Share on Social Media

एनी एर्नाक्स (साहित्य नोबल विजेता 2022)ने खोले हैं अपनी जिंदगी के पन्ने

नोबेल पुरस्कार विजेता फ्रांसीसी लेखिका एनी एर्नाक्स ने खोले हैं अपनी जिंदगी के पन्ने

इस साल का साहित्य का नोबेल पुरस्कार फ्रांसीसी लेखिका एनी एर्नाक्स को मिलते ही साहित्य प्रेमियों में खुशी की लहर दौड़ गई l खासकर महिलाओं ने इसे एक स्त्री के गुमनाम संघर्षों को सार्वजनिक कर देने के साहस की की विजय माना l कितनी कलमों को उन्होंने खुद का दर्द कह देने की प्रेरणा दी … Read more

Share on Social Media

भानपुरा की लाड़ली बेटी- मन्नू भंडारी

भानपुरा की लाड़ली बेटी- मन्नू भंडारी

संसार अपनी धुन में लगातार चलते हुए मारक पदचिह्न छोड़ता चलता है। जिस रास्ते को वह तय कर लेता है, उस पर कभी मुड़कर नहीं देखता। न ही किसी चट्टान पर बैठकर ये प्रतीक्षा करता है कि कोई प्रबुद्ध-समृद्ध व्यक्ति आकर उसके पाँव की छाप लेकर धरोहर के रूप में सुरक्षित कर ले। लेकिन इस … Read more

Share on Social Media

हिंदी कविता में आम आदमी

हिंदी कविता में आम आदमी

हिंदी कविता ने बहुधर्मिता की विसात पर हमेशा ही अपनी ज़मीन इख्तियार की है। इस बात की पुष्टि हर युग के कवियों द्वारा की गई कृत्यों से प्रतीत होती रही है। हिंदी कविता ने रामधारी सिंह दिनकर की क्षमता का उपयोग कर के राष्ट्र आह्वान का मार्ग प्रशस्त किया और साथ ही साथ आम आदमियों … Read more

Share on Social Media

समकालीन साहित्य :कुछ विसंगतियाँ

क्या आज जो साहित्य लिखा जा रहा है वो सत्य के पक्ष में है या कुछ पूर्व धारणाओं को निरुपित करने के असंभव प्रयास में लगा हुआ है | क्या यही कारण तो नहीं कि पाठक साहित्य से दूर हो रहा है | जानिये सुप्रसिद्ध लेखिका बीनू भटनागर जी प्रभावशाली विचार समकालीन साहित्य :कुछ विसंगतियाँ … Read more

Share on Social Media

हिंदी दिवस पर विशेष : भाषा को समृद्ध करने का अभिप्राय साहित्य विरोध से नहीं

                                                   आज विश्व हिंदी दिवस है|  हमेशा की तरह सभाएं होंगी, गोष्ठियां होंगी और हिंदी की दुर्दशा का वर्णन होगा| क्या ये सच है ? क्या हमारी हिंदी इतनी दयनीय अवस्था … Read more

Share on Social Media

एक चिट्ठी :साहित्यकार /साहित्यकारा भाइयों एवं बहनो के नाम

किरण सिंह  बहुत दिनों से कहना चाह रही थी तो सोंची आज कह ही दूँ… अरे भाई अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है तो मैं क्यों चुप रहूँ भला! बात बस इतनी सी है कि यह मुख पोथी जो है न आजकल की सबसे ज्यादा पढ़ी जाने वाली पत्रिका है जहाँ हर प्रकार के साहित्यिक तथा असाहित्यिक … Read more

Share on Social Media