children issues
क्लास टेंथ का रिजल्ट और बड़ों की भूमिका
क्लास टेंथ का रिजल्ट निकलने के अगले ही दिन कितने निराश बच्चों की आत्महत्या की खबरे आती है |कितने दीपक जिन्हें बहुत रोशिनी देनी थी अचानक से बुझ जाते हैं | फिर भी हर साल समाज बिलकुल वैसा ही व्यवहार करता है | क्या … Read more
Students “Adult Content ” addiction से कैसे निकलें
इस विषय पर लिखने का मन मैंने तब बनाया जब मेरे पास अमित ( परिवर्तित नाम ) की समस्या आयी | क्लास 6 th तक अमित एक पढने में होशियार , क्लास में फर्स्ट आने वाला , मासूम सा बच्चा था | एक … Read more
क्या हम बच्चों में रचनात्मकता विकसित कर रहे हैं ?
अभी कुछ दिन पहले एप्पल के co-founder Wozniak ने भारत के बारे में ट्वीट किया कि भारत में सफलता का पैमाना ही एक अच्छी नौकरी है | हर भारतीय की कोशिश रहती है कि वो पढाई करे MBA करें और एक अच्छी से नौकरी प्राप्त करे , जिससे हो सके तो वो अच्छा घर या … Read more
बच्चों के एग्जाम और मम्मी का टेंशन
बच्चों के एग्जाम शुरू हो गए हैं |एग्जाम के दिन यानी सपने , पढ़ाई , मेहनत और टेंशन के दिन | मुझे अभी भी याद आता है वो दिन जब मेरे बेटे का मैथ्स का एग्जाम था | उसे रात दो बजे तक पढ़ाने के बाद सुबह से उसे स्कूल भेजने की तैयारी में लग … Read more
बच्चों के मन से परीक्षा का डर कैसे दूर करें
नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में परीक्षा के कार्यक्रम के दौरान उपस्थित बच्चों एवं वीडियो काॅन्फ्रेसिंग के द्वारा प्रधानमंत्री द्वारा दिये गये गुरू मंत्र न केवल बच्चों को विभिन्न शैक्षिक प्रतियोगिताओं में सफल बनाने में प्रेरणा का … Read more
बच्चों में बढ़ती हिंसक प्रवृत्ति
आज समाचारपत्रों, दूरदर्शन, पत्र-पत्रिकाओं से ही नहीं, बल्कि अड़ोस-पड़ोस, गली, गाँव, मोहल्ला आदि के वातावरण को अनुभव करने से यह पता चलता है कि बच्चों में हिंसक प्रवृत्ति दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। बच्चों में क्यों बढ़ रही है हिंसक प्रवृत्ति ? इसके कारणों पर अगर हम … Read more
गीली मिटटी के कुम्भकार
मेरी सहेली रागिनी मेरे घर आई हुई थी. अभी कुछ ही देर हुए होंगे कि मेरी बेटी का फोन आ गया, मैं रागिनी को चाय पीने का इशारा कर बेटी के साथ तन्मयता से बातें करने लगी. हर दिन कि ही तरह बेटी ने अपने दफ्त्तर की बातें, दोस्तों की बातें बताते, घर जा कर … Read more
क्या ऐसे ही गढ़ा जायेगा देश का भविष्य?
एक परिवार, समाज और देश का विकास इस बात पर निर्भर करता है कि उनके बच्चों को किस प्रकार की शिक्षा मिल रही है। शिक्षा के अधिकार अधिनियम 2009 के द्वारा सरकार ने देश के 6 से 14 साल तक के प्रत्येक बच्चे को शिक्षा का मौलिक अधिकार तो प्रदान कर दिया किन्तु इस अधिकार … Read more
बच्चों के लिए संतुलित शिक्षा की आवश्यकता
बच्चे हमारी सबसे कीमती धरोहर हैं | उनकी शिक्षा केवल पाठ्य पुस्तकों तक सीमित नहीं होनी चाहिए क्योंकि मनुष्य केवल एक शरीर नहीं है | वह भौतिक प्राणी होने के साथ – साथ सामाजिक व आध्यात्मिक प्राणी भी है। इसलिए मनुष्य के सम्पूर्ण व्यक्तित्व के विकास के लिए उसे सर्वश्रेष्ठ भौतिक शिक्षा के साथ ही … Read more