छिपा हुआ आम
सुगंध का नियम था कि वो रोज शाम को पार्क में टहलने जाती | आज मन अशांत था फिर भी नियम ना टूटे इस लिए चली गयी , पर मन टहलने में नहीं लगा | घर भी नहीं जाना चाहती थी इसलिए वक्त काटने को वहीँ बेंच पर बैठ गयी | ठंडी हवा के झोंकों … Read more
सुगंध का नियम था कि वो रोज शाम को पार्क में टहलने जाती | आज मन अशांत था फिर भी नियम ना टूटे इस लिए चली गयी , पर मन टहलने में नहीं लगा | घर भी नहीं जाना चाहती थी इसलिए वक्त काटने को वहीँ बेंच पर बैठ गयी | ठंडी हवा के झोंकों … Read more
एक समय था जब पति -पत्नी में झगडे होते थे तो परिवार के बड़े बुजुर्ग संभाल लेते थे | परन्तु आज परिस्थितियाँ अलग हैं | आज एकल परिवार है और उस पर भी ” my life my rules ” … Read more
विवाह न केवल दो आत्माओं का संयोग मात्र है वरन दो संस्कारों एवं परिवारों का भी संयोग है। विवाह में कुण्डलियाँ तो मिलाई जाती हैं , गुणों में अधिक अंतर न होने … Read more
हम सब चाहते हैं कि हमारे सभी रिश्ते अच्छे चले , चाहते न चाहते कुछ रिश्तों में खटास आ ही जाती है | कई बार उन रिश्तों को सँभालने की कोशिश भी करते हैं पर खाई बढती … Read more
रीता १२ वी क्लास में पड़ती है | उसी की एक रिश्तेदार मिताली जिसके पिता नहीं थे, के घर में बड़ी चोरी हो गयी | मिताली ने रीता से आर्थिक व् भावनात्मक मदद माँगी| रीता तैयार हो गयी | वो उसके साथ यहाँ-वहाँ उसके रिश्तेदारों के घर गयी | समय होने या न होने पर … Read more
वैवाहिक जीवन को सुखद बनाने मे कुछ तथ्यो का अपना महत्वपूर्ण स्थान है। आपसी सूझबूझ व प्रेम से दामपत्य जीवन को खुशहाल बनाया जा सकता है। सुखी वैवाहिक जीवन कैसे प्राप्त करें ? कहते है शादी दो जिस्मो का नही दो आत्माओ का मिलन होता है जो परमात्मा के द्धारा भाग्य से विवाह पूर्व ही … Read more
कहते कहते हैं बेटियां दो कुल की शान होती है। हर माता पिता की ये इच्छा होती है उनकी बेटी खुश रहे। इसी लिये हर माता अपनी हैसियत से बढकर बेटी की शादी करता है किन्तु फिर भी कई बार बेटी अपनए ससुराल मे खुश नही रह पाती ये एक चिन्तन का विषय है। कई कारण … Read more
नाजुक , नादान और बेंतहा खूबसूरत सी रोली एक मेडिकल स्टूडेंट थीं | कुछ ही समय में उसकी MBBS की डिग्री कम्प्लीट होने वाली थी | जैसा की आम भारतीय समाज में होता है | माता – पिता उसके लिए सुयोग्य वर खोजने लगे |आम माता –पिता की तरह वो भी टूटती शादियों से अनजान नहीं … Read more
कितना आसान होता है गलत को गलत कहना और सही को सही कहना | पर ऐसा हमेशा होता नहीं है | मानव मन न जाने कितनी गुत्थियों में उलझा है | ऐसा ही दृश्य कई बार ऐब्युसिव रिश्तों में लोंगों के न सिर्फ टिके रहने में बल्कि अपने ऐब्युजर को प्यार करने में दिखाई देता … Read more
मुझे पता है आप इस लेख के शीर्षक को पढ़ते ही नकार देंगे | पेरेंट्स वो भी टॉक्सिक ? ये तो असंभव है | जो माता –पिता अपने बच्चों से इतना प्यार करते हैं | उनके लिए पैसे कमातें हैं , घर में सारा समय देखभाल करते हुए बिताते हैं वो भला टॉक्सिक कैसे … Read more