नवल वर्ष में नवल हर्ष में – नव वर्ष की शुभकामनाएँ

नव वर्ष की शुभकामनाएँ

  नया हो या पुराना, हर साल समय का एक टुकड़ा ही तो है l और जाते हुए साल रूपी समय के उस खास टुकड़े का शुक्रिया तो बनता है कि जीवन की धूप, बरसात सर्दी और गर्मी झेलने के बाद खुशियों के पल और दुखों की रातों को काटने के बाद हम आज समय के इस मुहाने पर हैं कि इसे सम्मान पूर्वक विदा कर संभावनाओं के नए कालक्रम में प्रवेश करें l क्योंकि हर संभावना में आशा छिपी है बेहतर परिणामों की l बेशक समय का अगला टुकड़ा भी जीवन के हर मौसम से भरा हो सकता है पर उसे बेहतर तरीके से जी लेने का अनुभव का एक मोती हमारी जीवन माला में और गूँथ गया है l ज्यादा समझदार, ज्यादा परिपककव और ज्यादा बेहतर होने की दिशा में हम आगे बढ़ चुके हैं l प्रार्थना है कि इस नवल वर्ष में ईश्वर आप सब को  जीवन में सुख-शांति, स्नेह, खुशियां स्वास्थ्य और समृद्धि प्रदान करे l नए साल की शुभ कामनाओं के साथ “नवल वर्ष में नवल हर्ष में” एक छोटी सी कविता l नवल वर्ष में नवल हर्ष में – नव वर्ष की शुभकामनाएँ   नवल वर्ष में नवल हर्ष में नव जीवन की ज्योति जलाएँ   आशाओं  से दीप्त उमंगें जीवन रस की सौम्य तरंगें नव लहर संग बढ़ते जाएँ   आरोपों की फुलझड़ियों में रिश्तों की टूटी लड़ियों में नवल प्रेम संगीत बजाएँ   रोग-व्याधि का ताना बाना नैराश्य का छोड़ बहाना नव स्वास्थ्य का संबल पाएँ   मन कारा के भीतर जाकर सभी कलुषता  बैर मिटाकर नवल धवल पावन हो जाएँ   नवल वर्ष में नवल हर्ष में नव जीवन की ज्योति जलाएँ -वंदना बाजपेयी अटूट बंधन से जुड़े सभी मित्रों को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ यह भी पढ़ें … कैसे न्यू इयर रेसोल्युशन निभाने में मिले सफलता नए साल पर 21 प्रेरणादायी विचार नए साल पर 5 कवितायें -साल बदला है , हम भी बदलें आपको कविता “नवल वर्ष में नवल हर्ष में – नव वर्ष की शुभकामनाएँ” कैसी लगी ? अपनी राय से हमें अवश्य अवगत कराएँ l  अगर आपको अटूट बंधन की रचनाएँ पसंद आती हैं तो कृपया साइट को सबस्क्राइब करें व अटूट बंधन फेसबुक पेज लाइक करें l   आप सभी  को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ   

नव वर्ष यानी आपके हाथ में हैं नए 365 दिन

जब भी नव वर्ष  आता है तो अपने साथ लाता है नए 365 दिन | एक नया कोरा पन्ना  …जिसे हम अपने हिसाब से रंग सकते हैं | लेकिन इस रंगने के लिए जरूरी है संकल्प फिर इच्छाशक्ति और फिर मेहनत …जानते हैं कैसे ? नव वर्ष यानी आपके हाथ में हैं नए 365 दिन  सबसे पहले तो मैं आप को सुना रही हूँ …एक प्रेरक कथा | ये कहानी हैं एक साधू और एक नास्तिक की | एक गाँव में एक साधू आये थे | वो रोज शाम को प्रवचन देने | अच्छे बुरे का ज्ञान देते | वो कोई चमत्कार नहीं करते थे | ना ही किसी की बिमारी ठीक करते थे | परन्तु उनकी वाणी में ओज होने के कारण लोग उनकी बाते सुनते थे | वो मुख्यत : लोगो को सोच बदलने की प्रेरणा देते थे | लोगों को उनकी बातें बहुत अच्छी लगतीं | शुरू -शरू में तो उनके पास दो चार आदमी ही बैठते लेकिन धीरे -धीरे भीड़ बढ़ने लगी | शाम को लगभग पूरा गाँव उनको सुनने जाने लगा | दिन में भी उन्हीं के बारे में बातें होती  थी | गाँव में बस एक नास्तिक आदमी था, जो उनके पास नहीं जाता था | उसे उनकी बातें अच्छी नहीं लगती थीं }| वो चाहता था कि गाँव के लोग भी उनकी बातें नहीं सुने |  उसने बहुत बार समझाने का प्रयास भी किया पर वही ढ़ाक  के तीन पात | कोई उस्की बात मानता ही नहीं | आखिरकार उसे एक युक्ति सूझी | उसने सोचा कि इसका इस्तेमाल करके वो साधू को गाँव वालों के सामने झूठा सिद्ध कर देगा | इसके लिए वो एक कबूतर लेकर साधू के पास गया | उसने कबूतर को हल्का सा नशीला पदार्थ खिलाया हुआ था | जिसने कारण कबूतर थोडा सुन्न सा था | उसने कबूतर की गर्दन पकड रखी थी | उसने सोचा था कि वो साधू से पूछेगा कि “ये कबूतर जिन्दा है या नहीं ?” अगर साधू कहेगा जिन्दा है तो वो उसकी गर्दन दबा देगा और कहेगा कि ये तो मरा हुआ है | अगर साधू कहेगा तो वो उसे मक्त कर देगा और जब वो थोड़े पर फडफडायेगा तो कहेगा कि ये तो जिन्दा है | उसकी जीत निश्चित थी | साधू को सबके सामने झूठा सिद्ध करना निश्चित था | वो बहुत मन से गया | और साधू के पास जाकर वही प्रश्न पूछा | साधू ने उसकी तरफ देखा और कहा, ” बेटा ये तेरे हाथ में है | तू चाहे तो जिन्दा है, ना छह तो मृत |” नास्तिक साधू की बात के आगे निरुत्तर हो गया | …………… नए साल पर ये कहानी इसलिए कि हमारे हाथ में ३६५ दिन हैं हम चाहे तो उन्हें आबाद करें …चाहे तो बर्बाद करें | अगर             हर जाता हुआ साल अच्छे-बुरे अनुभवों की एक थाती हमें सौंप जाता है | हर आने वाला साल हमें यह अवसर देता है कि हम उन अनुभवों का लाभ उठाकर पहले से बेहतर बनें, संवेदनशील बने और रचनात्मक बनें | ऐसी ही आशा, उम्मीदों के साथ, एक नए प्रयास की शुरुआत करता ये नया  वर्ष आप सभी को मुबारक हो |  

कैसे न्यू इयर रेसोल्युशन निभाने में मिले सफलता

2016 गया , 2017 आया , 2017 गया 2018 आया …अब 2018भी गया  2019 आएगा …. साल यूँ ही जाते – आते रहेंगे | पर नए साल का आना हमेशा ही खास होगा | क्योंकि हर बार नया साल हमें खुद को  बेहतर बनने का मौका देता है | जहाँ हम थोडा ठहर कर सोंचते है कि हममें  क्या – क्या कमियाँ या गलतियाँ जिनके कारण हम उतना आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं या हमारे रिश्ते उतने सफल नहीं हो पा रहे हैं या हम कुछ आदतों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं | यहीं पर होता है “न्यू इयर रेसोल्युशन ( नए साल के संकल्प ) का जन्म” | फिर शुरू होता है बेहतर होने के लिए उसे पूरा करने का सफ़र  जानिये कैसे पूरा करे न्यू इयर रेसोल्युशन / kaise pura karein New Year Resolution                   न्यू इयर रेसोल्युशन यानि जब हम  अपनी कमियों या गलतियों को पहचानते हैं और हम खुद से प्रण करते हैं की अब बस … बहुत हुआ अब हम अपनी बेहतरी के लिए ये प्रयास तो करेंगें ही और अगले साल अपना बेहतर वर्जन सामने लायेंगे | खुद को बहतर बनाने के लिए ये एक अच्छा उपाय है | वैसे तो ये प्रण साल के किसी भी दिन लिया जा सकता है |आप दीपावली , नवरात्र या अपने जन्म दिन किसी पर भी खुद को बेहतर बनाने का संकल्प ले सकते हैं | पर क्योंकि हम अंग्रेजी कैलेंडर फॉलो करते हैं इसलिए  साल का पहला दिन इसके लिए बहुत मुफीद माना जाता है | इसका कारण मनोवैज्ञानिक है | जब हमें लगता है कि हम समय के ऐसे मुहाने पर खड़े है जहाँ से हमें तय करना है की आगे की यात्रा में हम अपने साथ क्या-क्या खूबियाँ शामिल कर सकते हैं |आगे हमें अपने बेहतर वर्जन के साथ जाना है या वैसे ही रहना है | इसके लिए  हम सब साल के पहले दिन खुद से ये वादा करते हैं पर ये वादे  अक्सर टूट जाते हैं | किसी के तो साल के दूसरे दिन ही टूट जाते हैं और किसी के 30 जनवरी तक आते – आते टूट जाते हैं |यहाँ ये जानना जरूरी है कि क्या करें कि हम अपने वादे  पर अडिग रहे | केवल दिखाने के लिए न लें न्यू इयर रेसोल्युशन                                   कई बार हमने अपनी असफलताओं , कमियों का आकलन नहीं किया होता है | या हम पूरी शिद्दत से उस कमी को दूर नहीं करना चाहते हैं जो हमारे लिए ठीक नहीं है, हम उसके साथ  कम्फर्ट फील करते हैं |पर Happy New Year के शोर में मूड बना और  बस दोस्तों की देखा देखी  में हम भी कोई प्रण ले लेते हैं की हम अगले साल से ऐसा – ऐसा करेंगे | फिर तो उस प्रण के प्राण जल्दी निकलना तय ही हैं | क्योंकि वो हमारी आत्मा से नहीं जुड़ा होता | उदहारण के लिए  १) एक बच्चा जो बिलकुल नहीं पढता प्रण लेता है कि मैं कल से दस घंटे पढूंगा | 2) एक व्यक्ति जिसने अपनी सेहत पर कभी ध्यान नहीं दिया है वह प्राण करता है की कल से मैं खाना भी कम करूँगा , जोगिंग करूँगा और जिम भी जाया करूँगा |  3) कोई चैन स्मोकर प्रण करे मैं कल से सिगरेट को हाथ भी नहीं लगाउंगा  4)किसी  के रिश्ते अच्छे नहीं चल रहे हैं और वो कहे कल से सारे रिश्ते ठीक से चलाने लगूंगा | तो क्या दूसरे लोग जिनसे उसने  भला – बुरा कहा है कल से ही आप को माफ़ करके उसकी पहल पर खुश हो जायेंगे  5) मैं इस साल सफल हो कर दिखा दूंगा | क्या आपने इसके लिए कोई प्लान तैयार किया है |                            केवल दिखाने के लिए कि सब new year resolution ले रहे हैं तो हम भी लेंगे , मत लीजिये | क्योंकि इनका टूटना तय है | इसके पीछे आप की will power की energy नहीं लगी होती | दो तीन -दिन तक वही  काम करने के बाद आप उसमें इंटरेस्ट खो देते हैं | और प्रण के प्राण ले लेते हैं |  बहुत कठिन या जरूरत से ज्यादा का  रेसोल्युशन  न हों                                    यहाँ पर ध्यान देने की बात है की न्यू इयर रेसोल्युशन बहुत कठिन न हो | मुझे याद आता है जब मैं फोर्थ , फिफ्थ में पढ़ती थी तो अपने भाई बहनों को जो बड़ी क्लास में थे , देखकर बड़े कठिन टाइम टेबल बना लेती थी | जैसे 15 घंटे पढना है | क्या पढना हैं , कौन सा सब्जेक्ट पढना है इसके लिए घंटों रंगीन सुन्दर चार्ट बनाती | पर उस समय उतना पढने की जरूरत थी ही नहीं , तो वो प्रण टूटने  तय थे | धीरे – धीरे रेसोल्युशन  लेने में मेरी रूचि कम हो गयी | मुझे लगा की पूरे तो होते ही नहीं है | लेकिन सच्चाई इसके विपरीत थी |  कभी  जरूरत से ज्यादा या बहुत कठिन प्राण न लें | नहीं तो उसे पूरा करना मुश्किल होता है |यहाँ ये समझने की जरूरत है की प्रण इच्छा शक्ति और मनोबल से पूरे होते हैं , बनाने से नहीं | बहुत कठिन या बिना जरूरत बनाए गए प्रण को पूरा करने की इच्छा ही नहीं होगी तो मनोबल कहाँ से आएगा ? न्यू इयर रेसोल्युशन की खोज  दो महीने पहले हो जानी चाहिए                                       आप इस साल अपने में क्या सुधार चाहते हैं आप ने अपनी बेहतरी के लिए क्या सोंचा है | इसका आकलन नवम्बर से करना शुरू कर दीजिये | आप उन क्षेत्रों पर गौर करिए जिनमें आप बदलाव चाहते हैं | या जो आपके स्वास्थ्य , सफलता या रिश्तों के मामले में बाधा उत्पन्न कर रहीं हैं |क्योंकि … Read more

नए साल पर 21 प्रेरणादायी विचार

नव वर्ष

नया साल यानि समय का वो पन्ना जिस पर अभी तक कुछ नहीं लिखा गया है |हर बार ये हमें एक मौका देता है कि हम इस पर कुछ ऐसा लिखे जिसे हम हमेशा से लिखना चाहते थे | इसी लिए तो हर बार नए साल पर हम खुद को बेहतर बनाने के कई संकल्प लेते हैं | खुद से वादा करते हैं और उन्हें पूरा करने का प्रयास करते हैं | नये साल के इस सफ़र में आप के संकल्पों की इस लौ को जलाए रखने के लिए हम लायें हैं ऐसे प्रेरणादायी विचार जो आपको आपके बेहतर वर्जन में बदलने में सहायक होंगे |  पढ़िए नए साल पर 21 प्रेरणादायी विचार / 21 Motivational Quotes on New Year   1)हम एक किताब खोलेंगे | जिसके सभी पन्ने खाली हैं | हम उसमें सारे शब्द खुद लिखेंगे | इस किताब को अवसर कहते हैं | और इसका पहला पन्ना  नए साल का दिन होता है |—एडिथ लाव्योज पीयर्स  2)नए साल का स्वागत हमारे लिए सब कुछ सही करने का एक और मौका होता है |—ओप्राह विनफ्रे  3)अपने दिल पर लिख लो आपका हर दिन साल का सबसे अच्छा दिन है |—राल्फ वाल्डो एमर्सन  4)कई लोग नए साल की शुरुआत अपनी पु रानी आदतों को नयी शुरुआत देने के लिए ही करते हैं |—चार्ल्स लैम्ब  5)आप  हर समय कैलेंडर के एक बंद पन्ने को खोलकर , आप नए विचारों और प्रगति के  लिए एक नयी जगह प्रदान करते हो |—चार्ल्स कैटरिंग  6)एक एक वर्ष को दूसरे वर्षों की तुलना में बेहतर बनाएं |आप कुछ ऐसी चीजें करने का संकल्प लें जो आप हमेशा से करना चाहते थे |–-ऐन लंदेर्स    आने वाले साल पर मुस्कान और उम्मीद के साथ यह बोले कि ये साल बहुत ख़ुशी देने वाला होगा |—अल्फ्रेड टेनिसन  7)एक नयी शुरुआत करने के लिए पुरानी चीजों को खत्म करना पड़ता है |—जस्टिन चेन  8)एक आशा वादी आधी रात तक आते हुए नए साल को देखने के लिए जगा रहता है और एक निराशावादी ये सुनिश्चित करने के लिए कि पुराना साल ठीक से चला जाए |—बिल वोंन  9)हमेशा अपनी बुराइयों के खिलाफ लड़ो | अपने पड़ोसियों के साथ शांति से रहो |और हर नए साल को अपने को बेहतर इंसान बनने दो |—बिन्जमिन फ्रैकलिन  10)जब भी अवसर आये उसके लिए तैयार रहना ,एक सफल व्यक्ति की सफलता का राज है |—बेंजामिन डिजरायली  11)आपकी सभी परेशानियां आपके नए साल के संकल्पों के साथ खत्म हो जायेंगी |—जॉय एडम्स  12)नए साल का ये उद्देश्य नहीं है कि हमारे पास एक नया साल हो , बल्कि हमारे पास एक नयी आत्मा हो |—जी .के .चेस्टरटन  नए साल हमारे सामने खड़ा है | एक पाठ  के सामान लिखे जाने के इंतज़ार में , हम लक्ष्य बना कर उस कहानी को लिखने में मदद कर सकते हैं |—मेलोडी बैटी  13)नए साल में कल के दुखों के लिए अब कोई आँसूं बर्बाद मत करो |—युरिपेडेस 14)लोग इस बात को लेकर बहुत चिंतित रहते हैं कई वो क्रिसमस और न्यू इयर के बीच क्या खाते हैं | जबकि उन्हें इस बात कोले कर चिंतित रहना चाहिए कि वो न्यू इयर और सरिस्मस के बीच क्या खाते हैं |संक्ल्प् केवल  एक दिन नहीं पूरे साल के लिए बनाएं  —अज्ञात  15)चीजें जिन्हें आप कर सकते हैं | अगर उन्हें आप अभी नहीं करते हैं तो २० साल बाद आप ज्यादा दुखी रहेंगे | अपनी समस्याओं से समय रहते छुटकारा पाएं | —मार्क ट्वेन  16)मैंने नए साल के लिए कोई प्राण नहीं लिया | योजनाये बनाने , आलोचना करने , प्रतिबन्ध लगाने और जीवन को ढलने की आदत मेरी रोजमर्रा के जीवन का हिस्सा है |—आनेस निन  17)नव वर्ष दिवस …. अभी वो स्वीकार्य समय है जब आप हर साल लिए जाने वाले अच्छे -अच्छे संकल्प ले सकते हैं | अगले हफ्ते से हर बार की तरह आप उन्हें नरक में भेजना शुरू कर सकते हैं |—मार्क ट्वेन  18)ये एक नया  साल है , नयी शुरुआत , और चीजें बदलेंगी |— टेलर स्विफ्ट  नए वर्ष का दिन सभीका जन्मदिन होता है |—चार्ल्स लैम्ब  19)तुम कभी नहीं जीतोगे , अगर तुम कभी शुरुआत नहीं करोगे |—आर . एच स्कलर  20)अंत का जश्न मनाओ क्योंकि वो नयी शुरुआत से ठीक पहले होती है |—-जोनाथन लॉकवुड हुई  21)एक जनवरी को हम हम अपने जीवन के हर हिस्से का लेखा -जोखा करते हैं अपने कार्यों व् खामियों की सूची बनाते हैं | अब उन्हें पूरा करने के लिए खुद को सामर्थ्य वान बनाएं |—-एलेन गुडमैंन  आने वाले कल की तरफ कदम बढाओ | बीता हुआ कल खुद ब खुद छूट जाएगा |— अज्ञात  आप सभी को नव – वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं   टीम ABC यह भी पढ़ें ……… सक्सेस पर संदीप माहेश्वरी के अनमोल विचारक्रिसमस पर 15 सर्वश्रेष्ठ विचार सफलता पर बिल गेट्स के 21 सर्वश्रेष्ठ विचार  जीवन सूत्र पर २१ अनमोल विचार आपको आपको  लेख “ नए साल पर 21 प्रेरणादायी विचार “ कैसा लगा  | अपनी राय अवश्य व्यक्त करें | हमारा फेसबुक पेज लाइक करें | अगर आपको “अटूट बंधन “ की रचनाएँ पसंद आती हैं तो कृपया हमारा  फ्री इ मेल लैटर सबस्क्राइब कराये ताकि हम “अटूट बंधन”की लेटेस्ट  पोस्ट सीधे आपके इ मेल पर भेज सकें |         Keywords :New Year, Happy New Year, Motivational Quotes, New Year 2018

नए साल पर 5 कवितायें -साल बदला है , हम भी बदलें

नया साल , नयी उम्मीदें नए सपने , नयी आशाएं ,नए संकल्प और नए संघर्ष भी | नए साल पर प्रस्तुत हैं पाँच कवितायें … “साल बदला है , हम भी बदलें”  “नया साल “HAPPY NEW YEAR नया साल आने वाला है सब खुश है सबने तैयारी कर ली हैइस उम्मीद के साथशायदजाग जाये सोया भाग्य उसने भी जिसने आपने फटे बस्ते में रखी फटी किताब को सिल लिया है इस उम्मीद के साथ शायद कर सके काम के साथ विध्याभ्यास उसने भी जिसने असंख्य कीले लगी चप्पल में फिर से ठुकवा ली है नयी कील इस उम्मीद के साथ शायद पहुँच जाए चिर -प्रतिच्छित मंजिल के पास उसने भी जसने ठंडे पड़े चूल्हे और गीली लकड़ियों को पोंछ कर सुखा लिया है इस उम्मीद के साथ शायद इस बार बुझ सके पेट की आग और उन्होंने भी जो बड़े-बड़े होटलों क्लबों में जायेगे पिता-प्रदत्त बड़ी-बड़ी गाड़ियों में सुन्दर बालाओं के साथ नशे में धुत चिंता -मुक्त जोर से चिलायेगे हैप्पी न्यू इयर इस विश्वास के साथ बदल जायेगी अगले साल यह गाडी और यह……. सतत जीवन वो देखो ,सुदूर समय के वृक्ष पर झड़ने ही वाला है पिछले साल का पीला पत्ता और उगने को तैयार है नयी हरी कोंपले झेलने को तैयार धूप , गर्मी और बरसात दिलाती है विश्वास बाकी है अभी कुछ और क्षितज नापने को बाकी है कुछ और ऊँचाइयाँ चढने को बाकी है कुछ और यात्राएं बाकी हैं कुछ और संघर्ष बाकी हैं कुछ और विकास  हर अंत के साथ नया  जन्म लेता सतत जीवन भी तो  अभी बाकी है …. “प्रयास “ फिर शुरू  करनी है एक नयी जददोजहद पूस की धुंध मेंसुखानी हैदुखो की चादरजेठ की तपन मेंठंडा करना हैअपूर्ण स्वप्नो कोखौलते मन मेंबारिश की बूंदो मेंअंनबहे आंसुओं कोपी लेना हैगीली आँखों सेहर साल की तरहफिर इस बारकर लेना हैसमय कापुल पारसर पर लिएअतीत कीगठरी का भार ऐ जाते हुए साल ऐ जाते हुए साल तुम्हीं ने सिखाया मुझे की हर साल 31 दिसंबर की रात को ” happy new year ” कह देने से हैप्पी नहीं हो जाता सब कुछ तुम्हीं ने मुझे सिखाया की ” आल इज वेल ” के मखमली कालीन के नीचे छिपे होते हैं नकारात्मकता के कांटे जो कर देते हैं पांवों को लहुलुहान फिर भी रिसते पैरों और टूटी आशाओं के साथ बढ़ना होता है आगे तुम्हीं ने मुझे सिखाया की धुंध के बीच में आकर चुपके से भर देते हो तुम जीवन में धुंध की ३६५पर्वतों के बीच छुपी होती हैं खाइयाँ जहाँ चोटियों पर फतह की मुस्कराहट के साथ मिलते हैं खाइयों में गिरने के घाव भी तुम्हीं ने मुझे सिखाया की हर दिन सूरज का उगना भी नहीं होता एक सामान कभी – कभी रातों की कालिमा होती है इतनी गहरी की कई दिनों तक नहीं होता सूरज उगने का अहसास जब किसी स्याह रात में लिख देते हो तुम अब सब कुछ नहीं होगा पहले जैसा हां ! इतना जरूर है की तुम्हारे लगातार सिखाने समझाने से हर गुज़ारे साल की तरह इस साल भी मैं हो गयी हूँ पहले से बेहतर पहले से मजबूत और पहले से मौन भी सब समझते जानते हुए भी यह तो तय है की इस साल भी जब 31 दिसंबर की रात को ठीक १२ बजे घनघना उठेगी मेरे फोन की घंटी तो उसी तरह उत्साह से भर कर फिर से कहूँगी ” happy new year ” स्वागत में आगत के बिछा दूँगी स्वप्नों के कालीन सजा दूँगी आशाओं के गुलदस्ते और दरवाजे पर टांग दूँगी उम्मीदों के बंदनवार क्योंकि उम्मीदों का जिन्दा रहना मेरे जिन्दा होने का सबूत है साल बदला है , हम भी बदलें  आधी रात दबे पाँव आता है नया साल क्योंकि वो जानता है बहुत उम्मीद लगा कर बैठे हैं सब उससे  होंगी प्राथनाएं बजेंगी  मंदिर में घंटियाँ मस्जिद में होंगीं आजान चर्च में प्रेयर फूटेंगे पटाखे होंगे “ happy new year”के धमाके फिर वो क्या बदल पायेगा दशा भूख से व्याकुल किसानों की सीमा पर निर्दोष मरते जवानों की कि अभी भी लुटी जायेंगीं इज्ज़तें भ्रस्टाचारी  लगायेंगे कहकहे बदलेंगे नहीं  धर्म भाषा और संस्कृति के नाम पर लड़ते झगड़ते लोग हम बदलेंगें सिर्फ कैलेंडर और डाल देंगे उम्मीदों का सारा भर  नए साल पर जश्न पार्टियों और प्रार्थनाओं  के शोर में कहाँ सुनते हैं हम समय की आवाज़ को मैं बदल रहा हूँ तुम भी तो बदल जाओ  वंदना बाजपेयी   आप सभी को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं  happy new year काव्य जगत में पढ़े – एक से बढ़कर एक कवितायें काहे को ब्याही ओ बाबुल मेरे मायके आई हुई बेटियाँ बैसाखियाँ डायरियां आपको  कविता  “.नए साल पर 5 कवितायें -साल बदला है , हम भी बदलें .“ कैसी लगी   | अपनी राय अवश्य व्यक्त करें | हमारा फेसबुक पेज लाइक करें | अगर आपको “अटूट बंधन “ की रचनाएँ पसंद आती हैं तो कृपया हमारा  फ्री इ मेल लैटर सबस्क्राइब कराये ताकि हम “अटूट बंधन”की लेटेस्ट  पोस्ट सीधे आपके इ मेल पर भेज सकें |