क्या आप घर से काम करते हैं?

            जो लोग ऑफिस में काम करते हैं उन्हें लगता है कि घर से काम करने वाले कितने मजे में होंगे | जब मर्जी आये तब काम करो , मन करे तो लेट जाओ , कोई आ जाए उससे बात कर लो | फिर काम शुरू करो | वास्तव में ये सब बहुत आसान लगता है औ इसी लिए कई लोग घर से काम करना शुरू करते हैं | अपने मन से काम करेंगे | दिन में समय नहीं मिला तो रात में जाग कर कर लेंगे | सर पर कोई बॉस नहीं होगा | परन्तु जैसा दिखाई देता है वैसा होता नहीं है| खासकर महिलाओं के मामले में | पुरुष अगर घर से काम कर रहे हैं तो ये समझा जाता है कि वो काम कर रहे हैं , इसलिए उनको बेसिक सुविधाएं दी जाती हैं पर महिलाओं के काम को अक्सर इतनी वरीयता नहीं दी जाती और कई बार तो उसे काम ही नहीं टाइम पास समझा जाता है | यकीन मानिए जब मैंने ये लेख लिखा शुरू किया था तब से अब तक मैं तीन बार घर के जरूरी कामों के लिए  उठ चुकी हूँ | अगर आप घर से काम करते हैं  तो आजमाइए मोटिवेशनल टिप्स                                                                          अगर आप घर से काम करते हैं और आप को महसूस हो रहा है की आप को काम जारी रखने के लिए जरूरी मोटिवेशन नहीं मिल रहा है तो खुद को मोटिवेट रखने के लिए आप को दो मुख्य बिन्दुओं पर काम करना होगा | पहले तो आपको डी मोटिवेशन की वजह ढूंढनी होगी फिर उसे दूर करने का प्रयास करना होगा | घर से काम करने में आने वाली दिक्कतें किसी भी जॉब का सबसे अच्छा हिस्सा होता है शाम को घर लौटना – अज्ञात 1 )जब आप घर से काम करते हैं तो आप काम करने बैठे तभी बेल बज गयी , पडोसी आये हैं … आप को देखना ही पड़ेगा , कभी फोन की बेल बजेगी , बात करनी ही पड़ेगी , कभी बच्चे किसी काम के लिए मदद मांगेंगे तो देनी ही पड़ेगी | ऐसा इसलिए है क्योंकि हर किसी को लगता है है की आप जब चाहे तब काम कर सकते हैं तो फिर उन्हें तो आसानी से समय दे ही सकते हैं |ऐसे में जब आप किसी नए आइडिया के साथ  काम कर रहे होते हैं तो कई बार वो आइडिया ही दिमाग से निकल जाता है | 2 )इफरात में समय किसी के पास नहीं होता , घर से काम करने वाले भी घर के जरूरी काम निपटा कर अपना प्रोफेशनल काम करने बैठते हैं | अगर इस तरह से बार -बार उनका ध्यान भटकता रहा तो वो रात में जाग कर या सुबह जल्दी उठ कर ही अपना काम कर पायेंगे | यानी उन्हें डबल ड्यूटी देनी पड़ती है जो सेहत के लिए नुकसानदायक है | 3) कई बार आप ही अपना समय ये सोंच कर बर्बाद कर देते हैं की कल कर लेंगे| ऐसे कल -कल पर टलता हुआ काम अपना मोटिवेशन खो देता है | 4) आप को 24 घंटे घर में ही रहना है यानी आप के घर का वातावरण बिलकुल नहीं बदलता जिस कारण आपको धीरे -धीरे बोरियत होने लगती है जो आपके काम पर भी असर डालती है | 5) घर से काम करने पर आपके आने -जाने का समय बचता है जिस कारण  कई बार आप ज्यादा काम कर पाते हैं | आपको हर थोड़ी सी फुरसत के समय काम दिखाई पड़ता है |  आप आउटगोइंग कम हो जाते हैं | धीरे -धीरे आपके रिश्ते आपसे दूरी बनाने लगते हैं | जब कभी आप गेट टुगेदर में आप पहुँचते हैं तो आप एलियन नज़र आते हैं | पढ़िए –5 मिनट रूल – दूर करें काम को टालने की आदत                                                                         जाहिर हैं अगर आप घर से काम करते हैं तो आप ये सब समस्याएं महसूस कर रहे होंगे | लेकिन अपने काम और लाइफ को बेलेंस रखने के लिए आपको खुद को मोटिवेट रखना बहुत जरूरी है | इसके लिए कुछ उपाय हैं | सोंचिये आप घर से क्यों काम करते हैं                                                          अगर आप ये सोंचते हैं कि आप घर से क्यों काम करते हैं तो आप का स्ट्रेस थोडा कम हो जाता है | इसलिए इसे रोज अपनी सोंच में दोहरा लीजिये | इसकी कई वजह हो सकती हैं – आप फ्री लांसर हैं | आप के घर में छोटे बच्चे या कोई बीमार है और आप उसके केयरगिवर  हैं | अभी आप का बजट आपको अपना ऑफिस खोलने की इजाज़त नहीं देता | आप  शौकिया  काम करते हैं | आप खुद बीमार रहते हैं |                                  अगर ऐसी कोई वजह है तो आप जानते हैं  कि घर से काम करना ही आप के लिए बेस्ट ऑप्शन है | इसलिए जब भी बोरियत लगे या ये लगे की बाहर से काम करने वाले ज्यादा खुश है तो आप अपनी लायबिलिटी याद कर लीजिये| रिलेटेड -2018 में लें हार न मानने का संकल्प अपने कमरे को ऑफिस की शक्ल दें                                                                   जब मैंने घर से काम करना शुरू किया था तो मैंने महसूस किया की मैं अपना लैपटॉप उठा कर कहीं भी काम कर सकती थी ,पर इससे दिक्कत ये आ रही थी कि कोई … Read more

5 मिनट रूल – दूर करें काम को टालने की आदत

               राहुल के हाथ में निधि की शादी का कार्ड था और उसकी आँखों में आँसू | राहुल और निधि एक ही कॉलेज में पढ़े थे | कब उसे निधि भाने लगी, कि वो उसे जीवनसाथी बनाने के सपने देखने लगा उसे पता ही नहीं चला| निधि एक अंतर्मुखी स्वयं में सिमिटी रहने वाली लड़की थी| फिर भी उसकी बातों से राहुल को अंदाजा था कि निधि भी उसे पसंद करती हैं | पर वो उससे कह नहीं सका | वो हर रोज सोंचता कि वो निधि से मिलेगा तब कह देगा , पर हर रोज आने वाले कल पर बात टाल देता और नतीजा निधि की शादी किसी और से हो रही है | अब जरा इन उदाहरणों पर भी गौर करें … कल से पक्का अपना स्टडी टाइम टेबल फॉलो करूँगा | आज तो नहीं हो पाया पर कल से जरूर वाक पर जाना है , आखिर सेहत का ध्यान  तो रखने ही चाहिए| रोज देर से उठने से सुबह की भागमभाग बहुत परेशान  करती है , तय कर लिया है मैंने कल से जरूर 5 बजे उठूँगा ताकि हर काम समय पर हो | आज पार्टी है , जानता हूँ डॉक्टर ने मना किया है पर आज और समोसा खा लेता हूँ , एक दिन में कुछ हर्ज थोड़ी न हो जाएगा , कल से तय कर लिया है डॉक्टर के डाएट  प्लान पर ही चलूँगा|  कल से थोडा सा वक्त परिवार और बच्चो के लिए भी निकालूँगा , हर समय बिजनिस ही ठीक नहीं |                               पढाई हो कोई जरूरी काम हो , किसी से रिश्ते बिगड़े रिश्ते बनाने हो , कोई बुरी आदत छोडनी हो या प्रेम-मुहब्बत का चक्कर हो , अगर आप की काम को टालने( procrastination) की आदत है तो प्रतिभा क्षमता होते हुए भी अंत में आप के हाथ में कुछ नहीं लगता |     मेरी सलाह है जो आज कर सकते हो उसे कल पर मत छोड़ो , टालने की आदत समय का चोर है -चार्ल्स डिकेंस     टाल-मटोल की आदत से कैसे बचें  –How to overcome Procrastination                                                                   भले ही हम  बचपन से “TOMORROW NEVER COMES” पढ़ते आये हों | पर आँकड़े कहते हैं कि कामों को टालने की आदत 95% लोंगों  होती है | ये आदत उनमें नाम मात्र  या ज्यादा हो सकती है, पर होती जरूर है| अब अंदाजा लागाइये की सिर्फ 5 % लोग ही successful क्यों होते हैं ?जाहिर है उनमें काम को टालने की आदत नहीं होती |  Laziness और Procrastination में अंतर है                                                          अक्सर लोग आलसी या टाल-मटोल करने वालों को तराजू के एक ही पलड़े में रखते हैं | ये सही नहीं है | आलसी व्यक्ति में काम करने की इच्छा ही नहीं होती जबकि टाल-मटोल करने वाले की उस काम को करने की बहुत इच्छा होती है, फिर भी वो नहीं करता| वो जानता है की उसके लिए ये काम टॉप प्रायोरिटी का है पर वो उसे न करके कम प्रायोरिटी वाले कामों में उलझा रहता है |  आखिर क्यों करते हैं हम काम में टाल-मटोल                                           जरूरी काम है ये जानते हुए भी उस के प्रति टाल -मटोल करने के पीछे कई कारण होते हैं |  1) असफलता का भय –लोगों को लगता है कि अगर सफल नहीं हुए तो , खुद को उस बुरी वाली फीलिंग से बचाने के लिए लोग काम को टालते हैं |  2)अपनी कम्फर्ट ज़ोन छोड़ने में असुविधा – एक ढर्रे  में जीते हुए उससे अलग हट कर कुछ भी करने से हम बचना चाहते हैं|  3) सफलता का भय – आश्चर्य है लेकिन असफलता की तरह सफलता का भी भय होता है , लोग जानते हैं कि वो काम करने के बाद वो सफल हो जायेंगे,लेकिन उन्हें डर लगता है की क्या वो सफलता संभाल पायेंगे | सफलता बहुत डिमांडिंग होती है, और आपका पूरा रूटीन बदल देती है| 4) स्ट्रेस से बचना – किसी भी ऐसी काम को जिसे हम टाल रहे हैं उसे करने में स्ट्रेस होता है, हम उस स्ट्रेस से बचना चाहते हैं| मान लीजिये आपके किसी रिश्तेदार से संबंध खराब चल रहे हैं, आप उससे फोन पर बात करना चाहते हैं परन्तु आप ये सोंच कर नहीं करते क्योंकि आपको लगता है कि वो न जाने क्या बुरा बोल दे,  स्ट्रेस और न बढ़ जाए, बात और बिगड़ जाए |  5) प्लानिंग सही नहीं – पहले भी हमने Atootbandhann.com पर ” अपने दिन की प्लानिंग कैसे करें एक लेख प्रकाशित किया था|  दरसल काम की टाल-मटोल का कारण सही प्लानिंग न होना होता है | जैसे राकेश जी यही सोंचते रहे की बिजनिस और परिवार में संतुलन बना कर रखेंगे पर २० साल तक कर नहीं पाए , बच्चे बड़े हो गए , अब उन्हें पिता के साथ उतना वक्त बिताने की जरूरत नहीं रही |  अगर वो प्लानिंग सही तरीके से करते तो  वो बच्चों के साथ वक्त बिता पाते| 6) बोरिंग काम –आप समझते हैं कि वो काम जरूरी है पर आपको बोरिंग लगता है | कुछ बातें जो काम को टालने के बारे में समझिये                        अगर आपको भी टाल–मटोल करने की आदत है और आप उसे छोड़ना चाहते हैं तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा ..वो कहते हैं ना एक अच्छी शुरुआत ही अच्छे अंजाम तक पहुंचती है | 1 ) स्वीकार करिए– स्वीकार करिए कि आपको काम को टालने की आदत है | जब आप स्वीकार करेंगे तभी आप अगला स्टेप ले आयेंगे जो उसे ठीक करने की दिशा में होगा | 2)रियलिस्टिक बनिए – अगर आप को सुबह देर से उठने की आदत है और आप पढाई या वाक् पर जाने का सुबह … Read more