पगडंडियों पर चलते हुए -समाज को दिशा देती लघुकथाएं

साहित्य जगत में डॉ .भारती वर्मा बौड़ाई एक सशक्त हस्ताक्षर के रूप में उभर रही हैं | अटूट बंधन के साहित्य सुधि पाठक उन्हें यहाँ अक्सर पढ़ते रहे हैं | कभी हिंदी अध्यापिका रही भारती जी साहित्य की  पगडंडियों पर चल कर तेजी से आगे बढती जा रहीं है | क्योंकि वो स्वयं अध्यापिका रहीं … Read more

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मातृ दिवस पर डॉ . भारती वर्मा ‘बौड़ाई जी की चार कविताएँ

माँ का उसकी संतान से रिश्ता अद्भुत है |माँ हमेशा स्नेह प्रेम और दया की मूर्ति होती है | अगर ये कहें कि माँ धरती पर साक्षात ईश्वर है तो अतिश्योक्ति ना होगी | यूँ तो हर दिन माँ का दिन होता है … पर मदर्स डे विशेष रूप से इसलिए बनाया गया कि कम … Read more

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करवा चौथ पर चार काव्य अर्घ्य

पति -पत्नी के प्रेम का प्रतीक  करवाचौथ का व्रत सुहागिनें निर्जल रहा करती हैं और चंद्रमा पर जल का अर्घ्य चढ़ा कर ही जल ग्रहण करती हैं | समय के साथ करवाचौथ मानाने की प्रक्रिया में कुछ बदलाव भी आये पर मूल में प्रेम ही रहा | आज उसी प्रेम को चार काव्य अर्घ्य के … Read more

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हिंदी मेरा अभिमान

आज जब पीछे मुड़ कर देखती हूँ और सोचती हूँ  कि हिंदी कब और कैसे मेरे जीवन में इतनी घुलमिल गई  तो इसका पूरा-पूरा शत-प्रतिशत श्रेय माँ और पापा को जाता है और किस तरह जाता है इसके लिए  मुझे अपने बचपन में लौटना होगा। संस्मरण -हिंदी मेरा अभिमान            मेरे … Read more

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अनुभूतियों के दंश- लघुकथा संग्रह (इ बुक )

लघुकथा वो विधा है जिसमें थोड़े शब्दों में पूरी कथा कहनी होती है | आज के समय में जब समयाभाव के कारण लम्बी कहानी पढने से आम  पाठक कतराता है वहीँ लघुकथा अपने लघुआकार के कारण आम व् खास सभी पाठकों के बीच लोकप्रिय है | उम्मीद है आने वाले समय में ये और लोकप्रिय … Read more

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जन्माष्टमी पर 7 काव्य पुष्प

माखन चोर , नटखट बाल गोपाल , मथुरा का ग्वाला , धेनु चराने वाला , चितचोर , योगेश्वर , प्रभु श्री कृष्ण के नामों की तरह उनका व्यक्तित्व भी अनेकों खूबियाँ समेटे हुए हैं | तभी तो उनका जानना सहज नहीं है | सहज है तो प्रेम रस में निमग्न भक्ति … जो कह उठती … Read more

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प्रेम कभी नहीं मरेगा

आज टूटते हुए रिश्तों को देखकर ऐसा लगता है कि प्रेम बचा ही नहीं है , परन्तु ऐसा नहीं है , प्रेम अहंकार की इस सतह के नीचे आज भी साँसे ले रहा है …. वो सदा था है और रहेगा | प्रेम कभी नहीं मरेगा  अहं ने  उठा लिया है  अपना सिर इतना  कि … Read more

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गीत सम्राट कवि नीरज जी के प्रति श्रद्धांजलि

४ जनवरी १९२५ को इटावा में जन्मे   हर दिल अजीज गीत सम्राट गोपाल दास सक्सेना “नीरज ” …. जिन्हें हम सब कवि  नीरज के नाम से जानते हैं १९ जुलाई २०१८ को हमें  अपने शब्दों की दौलत थमा कर अपना कारवाँ ले कर उस लोक की महफ़िल सजाने चले गए | उनके जाने से  साहित्य … Read more

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योग दिवस पर 7 हायकू

योग के आसन शरीर मन और आत्मा को स्वस्थ रखते हैं  और सुंदर शब्दों का योग मन को आनंदित कर देते हैं | ऐसे ही प्रस्तुत हैं शब्दों के सुन्दर  योग से बने कुछ हायकू  योग दिवस पर १–  जोड़ता योग जन मन समाज  करे निरोग। २– है प्राणायाम कुंजी उत्तम स्वास्थ्य  ये चारों धाम। … Read more

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योग दिवस

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (21 जून ) का उद्देश्य है की लोगों को स्वस्थ जीवन शैली के लिए योग अपनाने की प्रेरणा दी जाए | हम सभी  प्राचीन भारतीय ‘योग ‘को अपना कर स्वस्थ जीवन के लक्ष्य को प्राप्त करना चाहिए |  कविता -योग दिवस स्वस्थ यदि रहना है तो जीवन में योग अपनाओ इसको जीवन … Read more

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