वरिष्ठ लेखिका दीपक शर्मा जी की कहानियों की खास बात होती है उनके शीर्षक, और कथ्य को कहने का वो ढंग जहाँ पाठक एक बात पढ़ते समझते आगे बढ़ता है पर अचानक कहानी के मूल से उसका साम्य स्थापित हो जाता है |इसलिए अंत चमृतकृत करता है | जीवन जीने के दो तरीके हैं एक … Read more