आज के साहित्यकार
एक प्रश्न बार -बार उठता है कि क्या आज के साहित्यकार भी उतने ही संवेदनशील व् मेहनती है जितने पहले हुआ करते थे | कहीं ऐसा तो नहीं कि नाम और शोहरत उन्हें शोर्ट कट की तरफ मोड़ रहा हो | इसी चिंतन -मनन प्रक्रिया में एक ऐसी ही रचना सौरभ दीक्षित ‘मानस’ जी की … Read more