दीपक शर्मा की कहानी सवारी
अपना पैसा, अपनी सवारी, और अपना मकान ..अपने वजूद की तलाश करती स्त्री की यही तो पायदानें है जिनसे वो आत्मनिर्भरता और स्वाभिमान अर्जित करती है | पर क्या ये सब इतना सहज है? और क्या स्त्री देह के प्रति समाज की सोच बदल जाती है ? हम सबकी प्रिय वरिष्ठ कथाकार दीपक शर्मा की … Read more