अटूट बंधन अंक -९ जुलाई अंक अनुक्रमणिका
१) आपके विचार ही आपकी उर्जा हैं जो जीवन को दिशा देते हैं क्या सकारात्मक विचार के द्वारा व्यक्तित्व का विकास कर जीवन को सफल बनाया जा सकता है ? व् आज के युग में जब हम सुबह भारत में शाम अमेरिका में बिता कर गर्व से कहते हैं कि अब पूरा विश्व एक आँगन बन गया है ,क्या हमारा आँगन बड़ा हो गया है व् दायरे संकुचित ………. सकारात्मक विचार से व्यक्तिव विकास व् बड़ा होता आँगन पर विशेष सम्पादकीय
२) हम सभी चाहते हैं कि हमारा घर सुन्दर दिखे …. और बजट भी हमारे अनुकूल हो ,तो क्या रंगों में थोड़ी हेर –फेर करके घर को ग्रैंड लुक दिया जा सकता है ……. जानिये कोलकाता की प्राची शुक्ला के लेख “गृह सज्जा में रंगों का महत्व “लेख से
३) सुबह से शाम तक सेल्फी खींचना और ऍफ़ .बी पर डालना …. ये महज एक शौक हो सकता है पर जब आप इसकी गिरफ्त में आ जाते हैं तो क्या क्या दुष्परिणाम हो सकते हैं …….. पढ़िए मनीषा सक्सेना के ज्ञानवर्धक लेख “सेल्फी का दीवानापन “ में
४) सत्ता के गलियारों में बैठे लोग “ फर्जी डिग्री के मामले में पकडे जाते हैं तो जनता का आहत होना स्वाभाविक है | जिन्हें हमने भारी बहुमत से जीता कर संसद व् विधान सभा में भेजते समय अपने मासूम सपने सौपे थे उनकी नीयत और नैतिकता की खोट से पूरा देश स्तब्ध है …………पढ़िए देश दशा में कुछ सवालों के उत्तर तलाशता एक संवेदनशील लेख “सत्ता की चौखट पर आहात नैतिकता
५) कितने लोग हैं जो आईने के सामने खड़े होकर खुद को स्वीकार कर पाते हैं हैं अपने फेवरेट | बस किसी ने कुछ कहा और कच्ची नीव के मकान की तरह हमारा आत्मविश्वास भरभरा के गिर पड़ता है रह जाता है बस अवसाद …….. पर इसे रोका जा सकता है ,खुद को स्वीकारे करके ,खुद से प्यार करके …………. कैसे ?पढ़िए आवरण कथा “करे खुद से प्यार “में
६) जब घर में अन्धकार हो ,तो दीपक जालाते हैं पर जब मन में अन्धकार हों तो क्या करे ….. जानिये दिल्ली के सच्चिदानंद शुक्ला के ज्ञान वर्धक लेख “निराशा में जलाए आशा के दीप “में
७) जीवन में सब कुछ मिल जाता है पर सच्चा गुरु नहीं मिलता ….. गुरु के लिए मन में श्रद्धा भाव स्वाभाविक है …………..पढ़िए गुरु पूर्णिमा पर दिनेश शर्मा गोरखपुर का विशेष लेख “गुरु बिना अधूरा है जीवन “
८) व्यक्तिव विकास में पढ़िए जीतेंद्र पाण्डेय भोपाल मध्य प्रदेश का उत्त्सह्वर्धक लेख “लगन से जीते बाधाएं ‘
९) नैतिक शिक्षा देता प्रेरक प्रसंग “ जो झुकता है वो पाता है “
१०) बच्चे परेशांन हैं बूढ़े परेशांन ,मैगी के बैन से सब परेशान हैं ………. ये मैगी क्या गयी ………बच्चों का टेस्टी फ़ूड ले गयी , औरतों की कलफ लगी साडी के साथ बस दो मिनट वाली स्माइल ले गयी ,डॉक्टरों के मरीज ले गयी …….. और भी जाने क्या क्या ले गयी …. जानने के लिए पढ़िए हँसाता –गुदगुदाता व्यंग “हाय मैगी …बाय मैगी में
११) इंसान सामाजिक प्राणी है ,न अकेला हंस सकता है न रो सकता है ….इसीलिये उसे चाहिए तरह तरह के लोग तरह तरह के रिश्ते …. रिश्ते –नाते कॉलम में पढ़िए डॉ हेमा चतुर्वेदी मुंबई महाराष्ट्र का महत्वपूर्ण लेख ….”रिश्तों का महत्व “
१२) काव्यजगत में पढ़िए ……….इंजी .आशा शर्मा ,तरसेम कौर ‘सुमी ‘,हयात सिंह ,शबाना कलीम अव्वल ,सपना मांगलिक ,श्रीमती एस .सेन गुप्ता ,चद्र मौली पाण्डेय और बीनू भटनागर जी की भाव् प्रणव कवितायें
१३) अतीत का बारबार वर्तमान में हावी होना ,जिंदगी को रोक देता है पर जिंदगी रोकी नहीं जा सकती एक ही उपाय है …….पढ़िए आराधना सिंह की बेहतरीन कहानी “ ब्लोक अतीत “
१४) अगर कोई बच्चा जरूरत से ज्यादा शैतान है ,पढाई में मन नहीं लगा पाता ,हमेशा ख्यालों में खोया रहता है तो ये सामान्य लक्षण नहीं हैं …. जरूरत है इन्हें पहचानने की व् सुधार करने की ….. बाल जगत में पढ़िए डॉशिखा अग्निहोत्री चेन्नई का अवश्य पठनीय लेख “ कहीं आप का बच्चा ए .डी एच .डी का शिकार तो नहीं “
१५) बारिश का मौसम यानी की बीमारियों का मौसम …. पर क्या कुछ बचाव कर सकते हैं कि स्वस्थ रहे और भीगते हुए भी चाय पकौड़ी के साथ मौसम का लुत्फ़ ले सके …….. स्वाथ्य जगत में पढ़िए दो सर्वजीत त्रिपाठी वाराणसी का स्वास्थ्यवर्धक लेख “बचे बारिश के मौसम की बीमारियों से “
१६) समय बदला ,युग बदले पर नारी आज भी वहीँ खड़ी है क्या कोई समाधान है …… स्त्री विमर्श में पढ़िए पुष्प लता शर्मा का लेख “ परिवर्तन जरूरी है
१७) हमारे नए कॉलम “ बात जो दिल को छू जाए” में आप पढेगे ऐसी बाते जो आपकी संवेदनाओ को झक्झोरेंगी और यकीनन दिल को छुएगी
१८) १४ जुलाई को गुरु सिंह राशी में प्रवेश करेगा …. जिसका असर हर राशी के जातको पर अलग –अलग पड़ेगा ………. आपकी राशी पर इसका क्या असर पड़ेगा जानने के लिए ज्योतिष सेक्शन में पढ़िए रोचकता से भरपूर लेख ‘ १४ जुलाई से किसकी बदलेगी तकदीर “में
१९) हम सब हँसना चाहते हैं पर शुद्ध हास्य कहीं खो गया है ……. अध्यात्म में पढ़िए”हंसो जी भर के “
२०) डॉ संध्या तिवारी व् रचना व्यास की लघुकथाएं
२१) विविध में जानिये क्यों करते हैं मंदिर में घंटा नाद
२२) प्रेरक विचार व् रोचक तथ्य
२३) आपके स्नेह से लिखे खतों में से चुनिन्दा खतों को को जनता तक पहुचायेगा “चिट्ठी –पत्री कॉलम’
२४) अन्य सभी स्थयी स्तम्भ पूर्ववत
atoot bandhan ……………हमारा पेज
१) आपके विचार ही आपकी उर्जा हैं जो जीवन को दिशा देते हैं क्या सकारात्मक विचार के द्वारा व्यक्तित्व का विकास कर जीवन को सफल बनाया जा सकता है ? व् आज के युग में जब हम सुबह भारत में शाम अमेरिका में बिता कर गर्व से कहते हैं कि अब पूरा विश्व एक आँगन बन गया है ,क्या हमारा आँगन बड़ा हो गया है व् दायरे संकुचित ………. सकारात्मक विचार से व्यक्तिव विकास व् बड़ा होता आँगन पर विशेष सम्पादकीय
२) हम सभी चाहते हैं कि हमारा घर सुन्दर दिखे …. और बजट भी हमारे अनुकूल हो ,तो क्या रंगों में थोड़ी हेर –फेर करके घर को ग्रैंड लुक दिया जा सकता है ……. जानिये कोलकाता की प्राची शुक्ला के लेख “गृह सज्जा में रंगों का महत्व “लेख से
३) सुबह से शाम तक सेल्फी खींचना और ऍफ़ .बी पर डालना …. ये महज एक शौक हो सकता है पर जब आप इसकी गिरफ्त में आ जाते हैं तो क्या क्या दुष्परिणाम हो सकते हैं …….. पढ़िए मनीषा सक्सेना के ज्ञानवर्धक लेख “सेल्फी का दीवानापन “ में
४) सत्ता के गलियारों में बैठे लोग “ फर्जी डिग्री के मामले में पकडे जाते हैं तो जनता का आहत होना स्वाभाविक है | जिन्हें हमने भारी बहुमत से जीता कर संसद व् विधान सभा में भेजते समय अपने मासूम सपने सौपे थे उनकी नीयत और नैतिकता की खोट से पूरा देश स्तब्ध है …………पढ़िए देश दशा में कुछ सवालों के उत्तर तलाशता एक संवेदनशील लेख “सत्ता की चौखट पर आहात नैतिकता
५) कितने लोग हैं जो आईने के सामने खड़े होकर खुद को स्वीकार कर पाते हैं हैं अपने फेवरेट | बस किसी ने कुछ कहा और कच्ची नीव के मकान की तरह हमारा आत्मविश्वास भरभरा के गिर पड़ता है रह जाता है बस अवसाद …….. पर इसे रोका जा सकता है ,खुद को स्वीकारे करके ,खुद से प्यार करके …………. कैसे ?पढ़िए आवरण कथा “करे खुद से प्यार “में
६) जब घर में अन्धकार हो ,तो दीपक जालाते हैं पर जब मन में अन्धकार हों तो क्या करे ….. जानिये दिल्ली के सच्चिदानंद शुक्ला के ज्ञान वर्धक लेख “निराशा में जलाए आशा के दीप “में
७) जीवन में सब कुछ मिल जाता है पर सच्चा गुरु नहीं मिलता ….. गुरु के लिए मन में श्रद्धा भाव स्वाभाविक है …………..पढ़िए गुरु पूर्णिमा पर दिनेश शर्मा गोरखपुर का विशेष लेख “गुरु बिना अधूरा है जीवन “
८) व्यक्तिव विकास में पढ़िए जीतेंद्र पाण्डेय भोपाल मध्य प्रदेश का उत्त्सह्वर्धक लेख “लगन से जीते बाधाएं ‘
९) नैतिक शिक्षा देता प्रेरक प्रसंग “ जो झुकता है वो पाता है “
१०) बच्चे परेशांन हैं बूढ़े परेशांन ,मैगी के बैन से सब परेशान हैं ………. ये मैगी क्या गयी ………बच्चों का टेस्टी फ़ूड ले गयी , औरतों की कलफ लगी साडी के साथ बस दो मिनट वाली स्माइल ले गयी ,डॉक्टरों के मरीज ले गयी …….. और भी जाने क्या क्या ले गयी …. जानने के लिए पढ़िए हँसाता –गुदगुदाता व्यंग “हाय मैगी …बाय मैगी में
११) इंसान सामाजिक प्राणी है ,न अकेला हंस सकता है न रो सकता है ….इसीलिये उसे चाहिए तरह तरह के लोग तरह तरह के रिश्ते …. रिश्ते –नाते कॉलम में पढ़िए डॉ हेमा चतुर्वेदी मुंबई महाराष्ट्र का महत्वपूर्ण लेख ….”रिश्तों का महत्व “
१२) काव्यजगत में पढ़िए ……….इंजी .आशा शर्मा ,तरसेम कौर ‘सुमी ‘,हयात सिंह ,शबाना कलीम अव्वल ,सपना मांगलिक ,श्रीमती एस .सेन गुप्ता ,चद्र मौली पाण्डेय और बीनू भटनागर जी की भाव् प्रणव कवितायें
१३) अतीत का बारबार वर्तमान में हावी होना ,जिंदगी को रोक देता है पर जिंदगी रोकी नहीं जा सकती एक ही उपाय है …….पढ़िए आराधना सिंह की बेहतरीन कहानी “ ब्लोक अतीत “
१४) अगर कोई बच्चा जरूरत से ज्यादा शैतान है ,पढाई में मन नहीं लगा पाता ,हमेशा ख्यालों में खोया रहता है तो ये सामान्य लक्षण नहीं हैं …. जरूरत है इन्हें पहचानने की व् सुधार करने की ….. बाल जगत में पढ़िए डॉशिखा अग्निहोत्री चेन्नई का अवश्य पठनीय लेख “ कहीं आप का बच्चा ए .डी एच .डी का शिकार तो नहीं “
१५) बारिश का मौसम यानी की बीमारियों का मौसम …. पर क्या कुछ बचाव कर सकते हैं कि स्वस्थ रहे और भीगते हुए भी चाय पकौड़ी के साथ मौसम का लुत्फ़ ले सके …….. स्वाथ्य जगत में पढ़िए दो सर्वजीत त्रिपाठी वाराणसी का स्वास्थ्यवर्धक लेख “बचे बारिश के मौसम की बीमारियों से “
१६) समय बदला ,युग बदले पर नारी आज भी वहीँ खड़ी है क्या कोई समाधान है …… स्त्री विमर्श में पढ़िए पुष्प लता शर्मा का लेख “ परिवर्तन जरूरी है
१७) हमारे नए कॉलम “ बात जो दिल को छू जाए” में आप पढेगे ऐसी बाते जो आपकी संवेदनाओ को झक्झोरेंगी और यकीनन दिल को छुएगी
१८) १४ जुलाई को गुरु सिंह राशी में प्रवेश करेगा …. जिसका असर हर राशी के जातको पर अलग –अलग पड़ेगा ………. आपकी राशी पर इसका क्या असर पड़ेगा जानने के लिए ज्योतिष सेक्शन में पढ़िए रोचकता से भरपूर लेख ‘ १४ जुलाई से किसकी बदलेगी तकदीर “में
१९) हम सब हँसना चाहते हैं पर शुद्ध हास्य कहीं खो गया है ……. अध्यात्म में पढ़िए”हंसो जी भर के “
२०) डॉ संध्या तिवारी व् रचना व्यास की लघुकथाएं
२१) विविध में जानिये क्यों करते हैं मंदिर में घंटा नाद
२२) प्रेरक विचार व् रोचक तथ्य
२३) आपके स्नेह से लिखे खतों में से चुनिन्दा खतों को को जनता तक पहुचायेगा “चिट्ठी –पत्री कॉलम’
२४) अन्य सभी स्थयी स्तम्भ पूर्ववत
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