करवाचौथ …
क्या ये उपवास
लोटा सकता है ?
उस विधवा के मांग का सिंदूर
जो कुछ दिन पहले
सीमा के पास रह रहे
उस नवेली दुल्हन की
सितारो वाली चुंदङी
उङा कर ले गये
क्या ये उपवास
लोटा सकता है?
उस सुहागन का मांग टीका
जो बिना किसी कारण
शिकार बना
उन दंगो का
जिससे उसका दूर दूर तक
कुछ लेना देना भी न था
क्या ये उपवास
लोटा सकता है?
उस औरत का विश्वास
जो किसी परनारी पर
आंख रख बेठे
अपने पति की वफादारी को
पढ भी नही पाती
क्या ये उपवास
लोटा सकता है
उस बहन का सुहाग
जो गल्ती से पेट की खातिर
सीमा पार कर चल पङे
पर सालो साल
बंदी रहे
बिना किसी अपराध
घुट घुट…तिल तिल कर मरे
क्या ये उपवास
लोटा सकता है?
उस बहन का सिंदूर
जो सीमा पर लङने हेतु भेज गई
अपने सिदूंर को
ताकि महफूज रहै
लाखो बहनो का सिंदूर
करते तो हम सभी है
इस उपवास पर विश्वास
पर …
क्या ये उपवास
लोटा सकता है?
वो अधूरी आस
जिसके लिये न भूख लगे ना प्यास
बस जिवित रहता है
एक अहसास …कि
ना छुटे विश्वास
लोटा सकता है ?
उस विधवा के मांग का सिंदूर
जो कुछ दिन पहले
सीमा के पास रह रहे
उस नवेली दुल्हन की
सितारो वाली चुंदङी
उङा कर ले गये
क्या ये उपवास
लोटा सकता है?
उस सुहागन का मांग टीका
जो बिना किसी कारण
शिकार बना
उन दंगो का
जिससे उसका दूर दूर तक
कुछ लेना देना भी न था
क्या ये उपवास
लोटा सकता है?
उस औरत का विश्वास
जो किसी परनारी पर
आंख रख बेठे
अपने पति की वफादारी को
पढ भी नही पाती
क्या ये उपवास
लोटा सकता है
उस बहन का सुहाग
जो गल्ती से पेट की खातिर
सीमा पार कर चल पङे
पर सालो साल
बंदी रहे
बिना किसी अपराध
घुट घुट…तिल तिल कर मरे
क्या ये उपवास
लोटा सकता है?
उस बहन का सिंदूर
जो सीमा पर लङने हेतु भेज गई
अपने सिदूंर को
ताकि महफूज रहै
लाखो बहनो का सिंदूर
करते तो हम सभी है
इस उपवास पर विश्वास
पर …
क्या ये उपवास
लोटा सकता है?
वो अधूरी आस
जिसके लिये न भूख लगे ना प्यास
बस जिवित रहता है
एक अहसास …कि
ना छुटे विश्वास
एकता सारदा
सूरत (गुजरात)