बदलाव

दुनिया एक खूबसूरत जगह होती अगर हम
किसी का आकलन करने के स्थान पर उसकी परिस्थिति को समझने की कोशिश करते
गुस्से में बेकाबू होने के स्थान पर
बोलने से पहले थोडा रुकते
किसी की गलती पर बुरे से बुरा सोंचने के स्थान पर
उसे संदेह का लाभ देते 

1 thought on “बदलाव”

  1. आपने ठीक फरमाए है, गुस्से में व्यक्ति अपने को उस व्यक्ति के स्थान में अपने को रख के देखे तो जो बात गुस्सा दिलाती है वही आपके मन में सहृदयता जागृत करती है |.

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