दूसरा विवाह





मीना पाण्डेय 


सॉरी ,आने में जरा देर हो गयी , आपने कुछ लिया
, चाय -कॉफ़ी !!
 
वो सब बाद में , पहले काम !! “
ठीक है , देखिये ये हम दोनों का दूसरा विवाह है , इसलिए कुछ
बातें स्पष्ट हो जायें तो बेहतर होगा
I “
जी “




आपके पति ने आपको क्यों छोड़ा ? “
उसने नही मैंने छोड़ा था , उसके लिए मैं दौलत और हवश की मशीन भर थी I “
आप दूसरा विवाह क्यों करना चाहते है ? “
वह औलाद का सुख नही दे पा रही थी “
तो बच्चा गोद ले सकते थे I “


लेकिन उससे परायेपन की बू आती “
बीवी भी तो पराये घर से ही आती है I “
” ………….
जी …”



अच्छा अब चलती हूँ I “
लेकिन विवाह ! “


माफ़ कीजिये , मुझे जीवन साथी के रूप में एक इंसान चाहिए , सिर्फ मेरे
बच्चे का पिता नही
I “







रिलेटेड पोस्ट …….



2 thoughts on “दूसरा विवाह”

Leave a Comment