अनावृत

कंचन लता जायसवाल 

 चित्रकार की तस्वीर पूरी हो चुकी थी.
अब उसकी प्रसिद्धि पूरे विश्व में थी.
उसके चित्रों की चहुँ ओर धूम मची थी.
नारी –देह द्वारा विभिन्न मनोभावों के चित्रण में उसने कुशलता हासिल कर ली थी.
उसके कैनवास की नायिकाएँ उसकी अनोखी प्रेमिकाएँ थी.
मूल्य बदल चुके थे.
कैनवास पर प्रेमिकाएं अनावृत हो रही थीं.
प्रेम बिक रहा था………


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