हम सब चाहते है की हमारा दिन बहुत अच्छे से गुज़रे , हम खूब एक्टिव रहे व् सब काम निपटा सकें , पर क्या इसके लिए हम अपने दिन की प्लानिंग करते हैं | दिन की प्लानिंग करना हमारी जिंदगी को अपने कंट्रोल में करने जैसा होता है | एक उदाहरण देखिये …
विंध्या बर्तन धोने में लगी थी तभी सुयश वहां आया |
सुयश – विंध्या तुमने चिंटू के स्कूल की फीस भर दी थी क्या ?
ओह ! भूल गयी , विंध्या ने सर पर हाथ रखते हुए कहा |
सुयश -उफ़ , दो दिन पहले लास्ट डेट निकल गयी, तुम्हें ध्यान ही नहीं रहा| अब तो लेट फीस के साथ फाइन भी देना पड़ेगा| तुम्हें कम से कम मुझे बता देना चाहिए था , मैं कर देता अगर तुमसे नहीं हो पा रहा था , फाइन तो न देना पड़ता|
विंध्या – क्या करूँ मुझे याद ही नहीं रहा , भूल गयी , फिर घर के इतने काम रहते हैं कि ..
सुयश(गुस्से में ) – तुम्हे याद कैसे रहेगा, वो जो तुम्हारी सहेलियां आ जाती हैं न , उनसे बतियाने में सब भूल जाती हो |
विंध्या ( गुस्से में )- सिर्फ मेरी सहेलियां ही नहीं , तुम्हारी बहने , भाई और दोस्तों के परिवार भी आते -रहते हैं , उन्हें क्यों गिनती करने से भूल जाते हो |
मामला गर्म होते देख , “तुम औरतें” अपमानजनक मुद्रा में कहते हुए सुयश वहां से चला गया , और विंध्या रोने लगी |
ये मामला विंध्या और सुयश का नहीं है | स्त्री और पुरुष का भी नहीं है, ये मामला है जरूरी काम भूल जाने का| हम में से अधिकतर लोग सारा दिन समय को यूँही बर्बाद कर देते हैं , या कम जरूरी कामों में उलझे रहते हैं जिस कारण जरूरी काम रह जाते हैं , फिर बाद में पछताते हैं |
जानिये कैसे करे अपने दिन की प्लानिंग
जरूरी कामों को भूलने और बेकार के कामों में उलझे रहने की इन सब तकलीफों से बचने के लिए जरूरी है कि हम अपने दिन की सही तरीके से प्लानिंग करें | इससे हमारे सब काम सही समय पर होंगे और हम हर समय कामों में उलझे हुए नहीं रहेंगे | पर दिन को सही तरह से प्लान करने के लिए आपको कुछ बातें ध्यान में रखनी होंगी |
To-Do लिस्ट बनाएं
एक कहावत है कि , ” अगर आप चाहते हैं कि आप का काम समय पर पूरा हो , तो उस व्यक्ति को दें जो सबसे ज्यादा व्यस्त हो |”सुनने में जरूर अजीब लगेगा पर जो व्यक्ति सबसे ज्यादा व्यस्त होगा वही समय को सबसे सही ढंग से संचालित करना जानता होगा | उसका टाइम मेनेजमेंट एकदम परफेक्ट होगा |
दुनिया में जितने भी लोग सफल हैं उनकी to -do तैयार रहती है| उन्हें पता होता है कि अगले दिन उन्हें क्या करना है | वो अपना समय इस हिसाब से बाँटते है कि किस समय क्या – काम करना हैं | जिससे हर काम समय पर पूरा होता है| यही उनकी सफलता का राज़ भी है | अगर आप भी चाहते हैं की आपका समय बर्बाद न हो तो आप भी to- do लिस्ट बनाए |
कैसे बनाए To -Do-लिस्ट
अगर आपने कभी ऐसी लिस्ट नहीं बनायीं है तो आपको समझ नहीं आ रहा होगा की इसे कैसे बनायें | आइये मैं आपको कैसे to -do लिस्ट बनाये इसकी पूरी जानकारी दे दूं | वैसे तो इसे बनाने के कई तरीके हैं , इस पर कई किताबें भी लिखी जा चुकी हैं कई सेमिनार्स हुए हैं जिनके वीडियो हैं | पर मैं आपको सबसे आसन तरीका बता रही हूँ | इसका नाम है .. ABC लिस्ट
ABC लिस्ट में अपने नाम के अनुसार आपको अपने कल किये जाने वाले कामों को तीन भागों में बांटना है |
A पार्ट में वो काम रखने हैं जो बहुत जरूरी हैं जैसे …URJENT हैं
- बच्चे की फीस भरनी है |
- दवाई लानी है |
- प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करनी है |
- ईमेल का जवाब देना है
- विद्यार्थियों के लिए एग्जाम सर पर हैं 5 चैप्टर या कोई ख़ास कठिन चैप्टर कम्पलीट करना है |
- पड़ोस के बच्चे की BIRTHDAY PARTY में जाना है |
- आज कौन सा चैप्टर पढना है
- किसी किताब की समीक्षा लिखनी है |
- थोडा समय परिवार की किसी खास सदस्य को देना है जो बीमार है
- थोडा समय मी टाइम के लिए |
- सब्जी लानी है |
- बाथरूम का बल्ब फ्यूज हो गया है , बदलना है |
- स्कूल ड्रेस पर प्रेस करनी है |
- सर्दियों में मेहमानों के आने से पहले पर्दे धोने हैं |
- किचन गार्डन सही करना है |
- हीटर ठीक कराना है
- बेटे के लिए 11th में आने से पहले सही कोचिंग इंस्टीटयूट पता करना है |
- कोई हॉबी कोर्स जो करना है |
- कोई नावेल जो पढना है |
- किसी सहेली का हालचाल पूँछना है |
दिन की प्लानिंग करने में क्या-क्या सावधानियाँ रखें
- अगले दिन के कामों की लिस्ट रात में ही तैयार कर लें | अगर किसी कारण वश न कर पायें तो सुबह सबसे पहले उठ कर तैयार कर लें |
- लिस्ट में मार्जिन देना जरूरी है , इतनी टाईट न बनाए कि कोई काम अचानक से आ जाए तो आप लिस्ट को पूरा ही न कर सकें | अगर कई दिन तक आप लिस्ट को पूरा नहीं कर पायेंगे तो आप लिस्ट को कोसेंगे की ये वर्क नहीं करती है | जैसे आप ने सोचा था कि हरी सब्जी साफ़ कर के रख लेंगे, इसके लिए आपने आधा घंटा रखा भी था तभी पड़ोसन का फोन आ गया की उनकी तबियत खराब है, अब आपको उन्हें देखने जाना पड़ेगा | फिर तो आपकी लिस्ट पूरी ही नहीं हो पाएगी | अगर आप को पता है कि हरी सब्जी साफ़ करने में आधा घंटा लगेगा और आपने एक घंटा लिखा है तो आपके पास आधा घंटे का मार्जिन है | अगर आप हर काम में मार्जिन रखेंगे तो आपके पास वक्त बचेगा | इस कारण आप की अचानक आये कामों की वजह से TO- DO लिस्ट पर कोई असर नहीं पड़ेगा और आप मोटिवेट रहेंगे |
- अगर मार्जिन की वजह से आपके पास समय ज्यादा बचता है तो आप C पार्ट के काम कर सकते हैं , जिससे आपका बोझ आगे हल्का रहेगा | जिसे सर्दी आने से पहले ही हीटर ठीक करना , या आप अपने को रिवार्ड देते हुए कुछ मनपसंद काम कर सकते हैं जैसे .. कोई डिश बनाना , घर सजना , म्यूजिक सुनना अदि |
अपनी प्लानिंग का आकलन करिए
to-do list बना कर शांत मत बैठ जाइए | हर शाम को आकलन करिए की क्या आप ने उसे फॉलो किया है | अगर किया है तो अच्छी बात है खुश होइए और प्रयास करिए कि आगे भी यही करेंगे | अगर नहीं किया है तो जानने की कोशिश करिए कि आप से चूक कहाँ हुई है | क्या आपने बहुत टाईट लिस्ट बनायीं थी या मार्जिन नहीं रखा था | या हो सकता है आप उन जरूरी काम को लिस्ट में लिखना भूल गए थे जो आप को करना पड़ा, जिससे आगे के कामों कोपूरा समय नहीं दे पाए | ये भी हो सकता है कि आप ने कुछ जगहों पर ज्यादा समय बर्बाद कर दिया |जो भी हो आप को इसका आकलन करना है और अपनी कमियों को सुधारना है |
प्लानिंग की लिस्ट फॉलो करने की आदत बनाइये
आपने to-do list बना ली फॉलो भी करने की कोशिश की, आकलन भी किया पर दो दिन में बोर हो गए |अरे , ये भी कोई काम है करने का , और रख दी योजना ठंडे बस्ते में … फिर वही समय का रोना , जरूरी कामों का छूटना , घर में झिक -झिक और लाइफ में कोई इम्प्रूवमेंट नहीं | अगर आप वापस उसी life में लौटना चाहते हैं तो कोई बात नहीं , आप की जिन्दगी , आप की मर्जी | लेकिन आप वास्तव में अपनी जिन्दगी बदलना चाहते हैं तो इसे एक आदत बना लीजिये | विज्ञान कहता है कि जिस काम को हम २१ दिन तक लगातार करते हैं वो हमारी आदत बन जाता है | इसलिए शुरू के दिनों की तकलीफ को नज़रअंदाज कर के आप इसे पूरे दिल से फॉलो करें , इसे आदत बनाए और देखें अपने दिन की प्लानिग से आप की जिंदगी कैसे बदलती है | क्योंकि एक एक दिन जुड़ कर तो जिंदगी बनती है |
नीलम गुप्ता
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