उफ! मासूम जैनब
ये जो रेप से जैनब मरी है,
किसी वालिद की बिटिया,
किसी की जीऩत,किसी की परी है——-
ये जो रेप से जैनब मरी है।
जिस्मानी भूख और हवस की हद है,
वे मासूम कितनी चीख़ी होगी,
या अल्लाह! वे कौन? नमाज़ी था,
कि मरने के बाद भी लग रहा की,
जैसे जैनब बहुत डरी है———
ये जो रेप से जैनब मरी है।
इंसाफ़ मांगे किससे,
खामोश है पाक मे तहरिक-ए-इंसाफ़,
गोलियां मिली शायद यही किस्मत है,
हर मुल्क के जैनब की,
लेकिन जैनब सी किसी मासूम की लाश,
शर्मिंदगी से सर झुका देती है,
क्योंकि किसी भी मुल्क की जैनब,
हमारे मज़हब और मज़हबी किताब से कही बड़ी है,
ये जो रेप से जैनब मरी है।
@@@पाकिस्तान मे एक मासूम जैनब को मेरी श्रद्धांजलि।
रचयिता—-रंगनाथ द्विवेदी।
जज कालोनी,मियाँपुर
जौनपुर(उत्तर-प्रदेश)
यह भी पढ़ें ……….